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बस्ता जमा करें लेखपाल, रिपोर्ट अमीन लगाएंगे

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : लेखपालों की हड़ताल के चलते प्रभावित हो रहे सरकारी कामकाज

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Jul 2018 01:14 AM (IST)Updated: Wed, 11 Jul 2018 01:14 AM (IST)
बस्ता जमा करें लेखपाल, रिपोर्ट अमीन लगाएंगे
बस्ता जमा करें लेखपाल, रिपोर्ट अमीन लगाएंगे

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : लेखपालों की हड़ताल के चलते प्रभावित हो रहे सरकारी कामकाज को पटरी पर लाने के लिए डीएम ने वैकल्पिक व्यवस्था बना दी है। लेखपालों को बस्ता जमा करने का निर्देश देते हुए उन्होंने अमीनों से रिपोर्ट लगाने संबंधी कार्यो की जिम्मेदारी ग्रहण करने को पत्र जारी कर दिया है। हालांकि अमीन संघ पहले ही लेखपालों के धरने को समर्थन दे चुका है और 700 से अधिक लेखपालों के मुकाबिल जनपद में तैनात 166 अमीन डीएम की तरफ से बनाई गई इस व्यवस्था को कितना सफल कर पाएंगे इस बारे में कहना जल्दबाजी होगी। उधर, सूत्रों की मानें तो शासन के निर्देश पर अब प्रशासनिक अधिकारियों ने आंदोलित लेखपालों से सख्ती से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।

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उप्र लेखपाल संघ के आह्वान पर लेखपालों के कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठने के चलते प्रमाण पत्र, पैमाइश संबंधी राजस्व कार्य प्रभावित हो रहे हैं। विश्वविद्यालयों समेत अन्य स्कूलों में दाखिले के इस सीजन में जाति व आय आदि प्रमाणपत्रों के आवेदनों पर रिपोर्ट न लग पाने के चलते व्यवस्था पटरी से उतर गई है। व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने यह जिम्मेदारी अब संग्रह अमीन को देने का निर्देश दिया है। इस क्रम में डीएम ने जिले के सभी लेखपालों से बस्ता जमा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वह अपने तहसीलों के लेखपालों से उनका बस्ता वापस लेकर संग्रह अमीनों को दे दें। सभी संग्रह अमीन जाति, आय और निवास प्रमाण पत्र के लिए आने वाले आवेदनों की जांच कर उस पर रिपोर्ट लगाएं। डीएम के इस आदेश के बाद राजस्व संग्रह अमीन संघ के जिलाध्यक्ष दीप चंद्र पाडेय ने प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर हमारे संगठन ने लेखपालों के विरोध प्रदर्शन को नैतिक समर्थन दिया है। उनके काम के निष्पादन को लेकर प्रदेश स्तर पर निर्णय होना है। इस संबंध में जब तक प्रांतीय नेतृतव कोई निर्देश जारी नहीं करेगा, वह प्रमाण पत्रों की रिपोर्ट लगाने का काम नहीं करेंगे।

उधर, जिलाधिकारी के आदेश के बाद एडीएम (प्रशासन) प्रभुनाथ ने लेखपाल संघ के पदाधिकारियों से बात की, लेकिन लेखपाल अपनी मांग और हड़ताल पर अडिग रहे। मंगलवार की रात लेखपालों की जिलाधिकारी से मुलाकात हुई। वार्ता के दौरान डीएम ने लेखपालों से आंदोलन वापस लेने की बात कहते हुए शासन की सख्ती से भी अवगत कराया। चर्चा है कि शासन ने अब लेखपालों से सख्ती से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। इस क्रम में आंदोलित लेखपालों की गिरफ्तारी भी हो सकती है, लेकिन अभी इसको लेकर कोई भी स्पष्ट तौर पर कुछ कहने से बच रहा है।

इस संबंध में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि लेखपालों की हड़ताल को देखते हुए उनकी जिम्मेदारी संग्रह अमीन को सौंपी गई है। इसका पालन न करने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेखपालों का कार्य बहिष्कार जारी

गोरखपुर : आठ सूत्रीय अपनी मागों को जारी लेखपाल संघ का धरना मंगलवार को भी जारी रहा। लेखपाल संघ के अध्यक्ष नीलकण्डधीश्वर दुबे ने रानी लम्बीबाई पार्क में आयोजित धरने को संबोधित किया। इस दौरान श्री दुबे ने कहा कि जब तब आठ माग पर शासनादेश जारी नहीं होता तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। बता दें कि लेखपालों ने अपनी मांगों को लेकर अब पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर दिया है।


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