नेपाली नागरिक ने ली भारतीय नागरिकता, जानें- फिर ऐसा क्या हुआ कि उसे जाना पड़ा जेल
नेपाली युवक ने फर्जी दस्तावेज दिखाकर भारत का पासपोर्ट बनवा लिया। उसके पास से दो देशों का पहचान पत्र मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ।
गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल से सटे भारतीय क्षेत्रों में विदेशी नागरिकों द्वारा जालसाजी कर भारत की नागरिकता हासिल करने का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक नेपाली युवक के पकड़े जाने पर इस गोरखधंधे का खुलासा हुआ। नेपाली युवक ने अपने फूफा को पिता दर्शाकर भारत का पासपोर्ट बनवा लिया। उसके पास से दो देशों का पहचान पत्र मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ।
नेटवर्क मार्केंटिंग के नाम पर उक्त नेपाली युवक द्वारा फर्जी तरीके से भारतीयों से रुपया जमा कराया जा रहा था। इसकी शिकायत मिलने पर उपनिरीक्षक भगवान बक्श सिंह ने झुलनीपुर नहर तिराहे से एक नेपाली युवक को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना नाम मनोज पुत्र नंदलाल निवासी नौनिया थाना ठूठीबारी बताया।
तलाशी के दौरान उसके पास से नेपाली नागरिकता का पहचान पत्र भी बरामद हुआ। जिसमें उसका पता प्रमोद हरिजन पुत्र चुल्हाई हरिजन निवासी रमपुरवा जिला नवलपरासी नेपाल लिखा था। पता व पिता का उल्लेख अलग-अलग मिलने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो युवक ने बताया कि ठूठीबारी के नौनिया निवासी नंदलाल उसका फूफा है। उसी को पिता दर्शाकर भारतीय पासपोर्ट जारी करा लिया है।
उक्त प्रमाण पत्र के आधार पर आधार कार्ड, निर्वाचन कार्ड, पैन कार्ड, लाइसेंस व ठूठीबारी स्थित भारतीय स्टेट बैंक में खाता भी खुलवा लिया। निचलौल के प्रभारी निरीक्षक गजेंद्र राय ने कहा कि आरोपित के खिलाफ कूटचरित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक महराजगंज रोहित सिंह सजवान ने कहा कि आरोपित ने कैसे दस्तावेज बनवा कर भारतीय नागरिक बन गया इसकी जांच की जाएगी। इस प्रकरण में जो भी संलिप्त होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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