सोहगीबरवा से गैंडा उठा ले गए नेपाल के वन कर्मी
पड़ोसी महराजगंज जिले के सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर रेंज से नेपाल के वनकर्मी गैंडा उठा ले गए इसको लेकर हाय तौबा मचा है
By Edited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 10:08 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। पड़ोसी महराजगंज जिले के सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर रेंज से संरक्षित वन्य जीव गैंडा को रविवार को भोर में नेपाल के वन कर्मी उठा ले गए। भारी-भरकम गैंडा को ले जाने से सीमा की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार चितवन नेशनल पार्क नेपाल के आधा दर्जन वन कर्मी रविवार की रात में ही सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर रेंज में पहुंच गए थे।
भोर में नेपाल के वन कर्मी गैंडा को लेकर नारायणी तट पर पहुंचे और पहले से तैयार नाव में गैंडा को चढ़ाया तथा नदी पार कर गए। इस मामले में सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। चितवन नेशनल पार्क व वन विहार के अधिकृत अधिकारी घिमिरे ने नेपाली मीडिया को दिए बयान में कहा है कि भारतीय जंगल क्षेत्र में गया गैंडा आज रेस्क्यू कर लिया गया है । इसके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इसे चितवन नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा।
डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि गैंडा नेपाल उठा ले जाने की जानकारी नहीं है। इस मामले की जांच कराई जाएगी। चार अगस्त 2017 में नेपाल में आई बाढ़ में बह कर सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में आए थे 15 गैंडे एक गैंडा की कुशीनगर में हो गई थी मौत पांच माह पहले भी नेपाल के वन कर्मी सोहगीबरवा प्रभाग से ले गए थे।
भोर में नेपाल के वन कर्मी गैंडा को लेकर नारायणी तट पर पहुंचे और पहले से तैयार नाव में गैंडा को चढ़ाया तथा नदी पार कर गए। इस मामले में सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। चितवन नेशनल पार्क व वन विहार के अधिकृत अधिकारी घिमिरे ने नेपाली मीडिया को दिए बयान में कहा है कि भारतीय जंगल क्षेत्र में गया गैंडा आज रेस्क्यू कर लिया गया है । इसके स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इसे चितवन नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा।
डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि गैंडा नेपाल उठा ले जाने की जानकारी नहीं है। इस मामले की जांच कराई जाएगी। चार अगस्त 2017 में नेपाल में आई बाढ़ में बह कर सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में आए थे 15 गैंडे एक गैंडा की कुशीनगर में हो गई थी मौत पांच माह पहले भी नेपाल के वन कर्मी सोहगीबरवा प्रभाग से ले गए थे।
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