चायनीज मंझा में फंसकर कट गया गला, मुश्किल में..
वह गांव से शहर में दूध देने के लिए मोटरसाइकिल से आ रहा था। अचानक रीड साहब का धर्मशाला के पास वह गिर गया। उसके गले में चायनीज माझा फंसा था।
By Edited By: Published: Tue, 19 Mar 2019 10:29 AM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 10:29 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। रीड साहब का धर्मशाला के पास चाइनीज मंझा फंस जाने के कारण एक दूधिए का गला कट गया। खून की तेज धार निकलने के साथ ही दूधिया अचेत हो गया। आसपास के लोगों ने गले से मंझा निकालकर उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां पांच टांके लगाने पड़े।
प्रतिबंध के बाद भी चाइनीज मंझे की अब भी चोरी-छिपे बिक्री हो रही है। बासगांव थाना क्षेत्र के भैंसा बाजार अंतर्गत सोनारी रामचंदर गांव निवासी रामअधीन यादव दूध बेचकर जीवन-यापन करते हैं। सोमवार की सुबह वह घर से बाइक पर दूध रखकर शहर में बेचने आ रहे थे। लगा कि कोई गर्दन कसकर काट रहा रामचंदर ने बताया कि बाइक से वह आगे बढ़ रहा था कि अचानक लगा कि किसी ने गर्दन कस दिया और काटने लगा। सिर नीचे झुकाया तो खून बहता देख कर घबरा गया। इसके बाद खुद को अस्पताल में पाया। उसने कहा कि बाइक चलाते समय उसे यह बारीक मंझा बिल्कुल नहीं दिखा।
करंट से हो चुकी है युवक की मौत तकरीबन डेढ़ साल पहले राजघाट थाना क्षेत्र में चाइनीज मंझे में करंट उतरने से एक युवक की मौत हो चुकी है। युवक किराए के मकान की छत पर बिजली के तार में फंसा पतंग छुड़ाने गया था। जैसे ही उसने मंझा पकड़ा करंट का झटका लगने से वहीं गिर गया। बिक्री नहीं तो कहां से आ रहा मंझा चाइनीज मंझा की बिक्री पर तकरीबन दो साल पहले पूरी तरह रोक लग चुकी है लेकिन चोरी-छिपे मंझा अब भी बिक रहा है। मजबूत होने के कारण पतंग उड़ाने के शौकीन किसी भी हाल में यह मंझा खरीदने को तैयार रहते हैं।
सड़क किनारे पेड़, बिजली के तार, होर्डिग आदि में फंसे मांझे में गुजरने वाले वाहन चालक उलझ जाते हैं। पतंग के सामान्य धागे के मुकाबले चाइनीज धागा खतरनाक होता है। यदि कोई बाइक सवार चपेट में आ जाए तो जान भी जा सकती है। करंट का भी खतरा चाइनीज मंझा धातु मिश्रित होता है। कई बार मंझा बिजली के तार में फंस जाता है। चूंकि मांझे को मजबूत करने के लिए धातु का लेप किया जाता है इसलिए इसमें करंट उतरने लगता है। कई बार बिजली के दो तारों में मांझा फंस जाने के कारण आपूर्ति पर असर पड़ता है। पक्षियों के कट जाते हैं पंख चाइनीज मांझा से कई बार पक्षियों के पंख कट जाते हैं। कुछ के पंजे धागे में अटक जाते हैं। हर साल कई पक्षियों की जान जाती है। पेड़ों पर पक्षियों के घरौंदे भी मांझे से टूट जाते हैं।
प्रतिबंध के बाद भी चाइनीज मंझे की अब भी चोरी-छिपे बिक्री हो रही है। बासगांव थाना क्षेत्र के भैंसा बाजार अंतर्गत सोनारी रामचंदर गांव निवासी रामअधीन यादव दूध बेचकर जीवन-यापन करते हैं। सोमवार की सुबह वह घर से बाइक पर दूध रखकर शहर में बेचने आ रहे थे। लगा कि कोई गर्दन कसकर काट रहा रामचंदर ने बताया कि बाइक से वह आगे बढ़ रहा था कि अचानक लगा कि किसी ने गर्दन कस दिया और काटने लगा। सिर नीचे झुकाया तो खून बहता देख कर घबरा गया। इसके बाद खुद को अस्पताल में पाया। उसने कहा कि बाइक चलाते समय उसे यह बारीक मंझा बिल्कुल नहीं दिखा।
करंट से हो चुकी है युवक की मौत तकरीबन डेढ़ साल पहले राजघाट थाना क्षेत्र में चाइनीज मंझे में करंट उतरने से एक युवक की मौत हो चुकी है। युवक किराए के मकान की छत पर बिजली के तार में फंसा पतंग छुड़ाने गया था। जैसे ही उसने मंझा पकड़ा करंट का झटका लगने से वहीं गिर गया। बिक्री नहीं तो कहां से आ रहा मंझा चाइनीज मंझा की बिक्री पर तकरीबन दो साल पहले पूरी तरह रोक लग चुकी है लेकिन चोरी-छिपे मंझा अब भी बिक रहा है। मजबूत होने के कारण पतंग उड़ाने के शौकीन किसी भी हाल में यह मंझा खरीदने को तैयार रहते हैं।
सड़क किनारे पेड़, बिजली के तार, होर्डिग आदि में फंसे मांझे में गुजरने वाले वाहन चालक उलझ जाते हैं। पतंग के सामान्य धागे के मुकाबले चाइनीज धागा खतरनाक होता है। यदि कोई बाइक सवार चपेट में आ जाए तो जान भी जा सकती है। करंट का भी खतरा चाइनीज मंझा धातु मिश्रित होता है। कई बार मंझा बिजली के तार में फंस जाता है। चूंकि मांझे को मजबूत करने के लिए धातु का लेप किया जाता है इसलिए इसमें करंट उतरने लगता है। कई बार बिजली के दो तारों में मांझा फंस जाने के कारण आपूर्ति पर असर पड़ता है। पक्षियों के कट जाते हैं पंख चाइनीज मांझा से कई बार पक्षियों के पंख कट जाते हैं। कुछ के पंजे धागे में अटक जाते हैं। हर साल कई पक्षियों की जान जाती है। पेड़ों पर पक्षियों के घरौंदे भी मांझे से टूट जाते हैं।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें