एनडीआरएफ टीम ने किया राहत व बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास
बाढ़ के दौरान होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोकने व बचाव के लिए राष्ट्रीय व राज्य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ) ने 27 दिसंबर को कुशीनगर के खड्डा क्षेत्र में नारायणी नदी के पनियहवा घाट पर पूर्वाभ्यास किया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बाढ़ के दौरान होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोकने व बचाव के लिए राष्ट्रीय व राज्य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ) ने 27 दिसंबर को कुशीनगर के खड्डा क्षेत्र में नारायणी नदी के पनियहवा घाट पर पूर्वाभ्यास किया। इस दौरान टीम ने बाढ़ के दौरान नाव से लोगों के नदी में गिरने, नालों के उफान से रास्ता बाधित होने पर आबादी तक सेवाएं पहुंचाने, नदी में लापता लोगों को ढूंढने आदि का प्रदर्शन किया।
नेपाल के पहाड़ी में बारिश की वजह से नदी में बढ़ आने की आई थी सूचना
मेगा माक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ व आपदा प्राधिकरण समेत अन्य विभागों को सूचना मिलती है कि नेपाल के पहाड़ों में बारिश अधिक होने के कारण नारायणी व पहाड़ी नाले उफान पर हैं। यातायात के साधन बंद होने से हाहाकार मचा हुआ है। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन एवं उप कमांडेंट पीएल शर्मा के मार्गदर्शन और निरीक्षक डीपी चंद्रा के नेतृत्व में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई।
पुलिस ने तैयार किया था ग्रीन कारिडोर
पुलिस की ओर से ग्रीन कारीडार बनाया गया, जिसके माध्यम से टीम व एंबुलेंस सेवा घटनास्थल पर शीघ्र पहुंच सके। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ टीम घटनास्थल पर पहुंचते ही आपरेशन शुरू कर दिया। बाढ़ से जलमग्न महदेवा गांव के भूखे-प्यासे बच्चों व महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला। तभी क्षमता से अधिक सवार नाव से कुछ लोगों के नारायणी में गिरने की सूचना मिली।
बचावकर्मियों ने डूब रहे लोगों को बोटा की मदद से निकाला बाहर
बचावकर्मी मोटर बोट की सहायता से डूबते लोगों को बचा कर बाहर निकाला। घरेलू संसाधन का इस्तेमाल कर अपने आपको बाढ़ के दौरान सुरक्षित रखने का भी टीम ने प्रदर्शन किया। पूर्वाभ्यास के दौरान प्राथमिक उपचार कक्ष भी स्थापित किया गया था। एडीएम देवीदयाल वर्मा, एसडीएम उपमा पांडेय, उपनिरीक्षक विक्रम सिंह, बसंत विश्वकर्मा, आपदा सलाहकार रवि राय आदि मौजूद रहे।
31 तक होगा आन लाइन पंजीकरण
कुशीनगर के सहायक श्रम आयुक्त विजय प्रताप यादव ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण असंगठित क्षेत्र के कर्मकारों की आजीविका का संकट पिछले दो वर्षों से अधिक समय से बना हुआ है, उन्हें तीसरी लहर के मद्देनजर 31 दिसंबर तक श्रम विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। बताया कि उन्हें दिसंबर 2021 से मार्च 2022 तक कुल चार महीनों तक दो किस्तों में से एक किस्त एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता मिलेगा। बताया कि 500 रुपये की दर से 31 दिसंबर 2021 तक पंजीकृत असंगठित कर्मकारों जिन्हें किसान सम्मान निधि योजना अथवा अन्य किसी स्रोत से लाभान्वित नहीं किया जा रहा है, वे ही इस योजना में शामिल होंगे।