डॉक्टरों ने कहा-नियम लागू हुआ तो महंगा हो जाएगा इलाज, ये है खामियां
डाक्टरों ने कहा है कि नेशनल मेडिकल कमीशन बिल से इलाज महंगा हो जाएगा। इससे आम आदमी परेशान हो जाएगा। डाक्टरों ने इसका विरोध किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल, आइएमसी (इंडियन मेडिकल काउंसिल) संशोधान और कंज्यूमर प्रोटेक्शन (सीपीए) बिल का डॉक्टरों ने विरोध किया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के डॉक्टरों ने सीतापुर आइ हॉस्पिटल में सभा कर बिल को जनता के खिलाफ बताया है। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जल्द सरकार ने मांगें नहीं मानी तो डॉक्टर भूख हड़ताल को मजबूर होंगे।
सभा में इस बिल की जबरदस्त आलोचना की गई। अध्यक्ष वरिष्ठ सर्जन डॉ. एपी गुप्ता ने कहा कि एनएमसी बिल मेडिकल शिक्षा व मेडिकल प्रोफेशनल्स के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित है। कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी नकारात्मक प्रभाव डालेगा। इस बिल में जिला व प्रादेशिक कंज्यूमर फोरम द्वारा हर्जाने की रकम में दस गुना ज्यादा बढ़ोत्तरी कर दी गई है। फोरम में न्यायिक सदस्य की अनिवार्यता नहीं और किसी मेडिकल एक्सपर्ट की राय की जरूरत नहीं है। प्राविधान लागू हुए तो छोटे नर्सिग होम व एकल चिकित्सक की ओर से दी जा रही सेवाओं पर रोक लग जाएगी। इस कारण इलाज महंगा हो जाएगा।
सचिव व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एपी गुप्ता ने कहा कि हर्जाने की रकम बढ़ने से फर्जी दावे के मामले बढ़ जाएंगे। सीपी बिल में आइएमए के प्रतिनिधि की उपस्थिति और दावा दाखिल होने से पहले मेडिकल एक्सपर्ट की राय जरूर ली जानी चाहिए।
इस दौरान डॉ. आरपी त्रिपाठी, डॉ. डीके सिंह, डॉ. बीबी गुप्ता, डॉ. वीएम भाटिया, डॉ. आरपी शुक्ल, डॉ. जेपी जायसवाल, डॉ. अजय शुक्ल, डॉ. वीएनएस यादव, डॉ. राजन प्रसाद श्रीवास्तव, डॉ. वीएन अग्रवाल, डॉ. सीएम तिवारी, डॉ. आरकेसी मिश्र, डॉ. बीबी त्रिपाठी, डॉ. प्रतिभा गुप्ता, डॉ. वीके सिंह आदि मौजूद रहे।