बंदरों के बवाल में जाम हो गया हाईवे ; अफसरों का छूटा पसीना, जानें- क्या है मामला Maharajganj News
बंदरों के बवाल में महराजगंज में हाईवे जाम हो गया। हाईवे जाम होने के बाद दर्जनों वरिष्ठ अधिकारी मौक पर पहुंचे और लोगों को किसी तरह से शांत कराकर जाम को खाली कराया।
महराजगंज, जेएनएन। महराजगंज जिले में बंदरों के बवाल में हाईवे जाम हो गया। हाईवे जाम होने के बाद दर्जनों वरिष्ठ अधिकारी मौक पर पहुंचे और लोगों को किसी तरह से शांत कराकर जाम को खाली कराया। मामला बंदरों द्वारा कई लोगों को काटने के बाद बिगड़ा।
15 लोगों को काट चुके हैं बंदर
सदर कोतवाली क्षेत्र के रामनगर में पिछले एक हफ्ते से बंदर का आतंक जारी है। अब तक 15 लोगों को बंदर काट चुके हैं। ग्रामीणों की गुहार के बाद भी जब वन विभाग द्वारा पहल नहीं की गई तो बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने महराजगंज-फरेंदा हाईवे स्थित रामनगर चौराहे पर जाम लगा दिया। जिसके चलते दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।
बंदरों के पकड़ने के आश्वासन पर खत्म हुआ जाम
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे डीएफओ, एसडीएम, सीओ व कोतवाल ने लोगों को समझाकर शांत कराया। दोपहर तक बंदर के पकड़वाने के आश्वासन पर जाम खत्म हुआ। कोतवाली के पकड़ी चौराहे के आसपास के गांवों में बंदर का आतंक कई दिनों से बना हुआ है। कांध, रसूलपुर, रामनगर, पकड़ी आदि गांव के करीब दर्जन भर से अधिक लोगों को बंदर ने काट लिया हैं।
बंदरों ने एक ही दिन में 11 लोगों को काटा
मंगलवार को कांध गांव में अकेले बंदर ने 11 लोगों को काट कर घायल कर दिया था। इस खबर को जागरण ने बुधवार के अंक में प्रकाशित कर विभाग को सचेत किया था। बंदर को पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियाें से संपर्क किया लेकिन संसाधन की कमी का हवाला देकर वन अधिकारी बंदर को पकड़ने में असमर्थता जताई।
बुधवार की सुबह बंदर ने रामनगर गांव के चार ग्रामीणों को फिर काटकर घायल कर दिया। जिसकी वजह से ग्रामीण उग्र हो गए।
अधिकारियों ने नही सुनी तो सड़क पर उतरे लोग
बुधवार को ग्रामीणों ने सुबह नौ बजे महराजगंज-फरेंदा रोड पर जाम लगा दिया और वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पकड़ी चौकी प्रभारी ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। दस बजे के करीब कोतवाल सर्वेश सिंह पहुंचे गए,लेकिन ग्रामीण डीएफओ को बुलाने की मांग कर रहे थे। बाद में डीएफओ पुष्प कुमार, एसडीएम देवेंद्र कुमार, सीओ देवेंद्र कुमार फोर्स के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने दोपहर तीन बजे तक का समय मांग और बंदर पकड़वाने की बात कहीं। जिसके बाद ग्रामीण माने और जाम समाप्त हुआ।