North Eastern Railway: कोच के दरवाजों पर चस्पा होंगे आनड्यूटी कर्मियों के नाम व नंबर
दरअसल यात्रा के दौरान गर्मी के दिनों में वातानुकूलित बोगियों में एसी की समस्याएं बढ़ जाती हैं। कोचों में कभी बल्ब जवाब दे जाते हैं तो कभी पंखे। जरूरत पडऩे पर यात्रियों को आनड्यूटी कर्मचारी मिलते ही नहीं है।
गोरखपुर, जेएनएन। ट्रेनों में चलने वाले सफाईकर्मियों, एसी मैकैनिक, विद्युत मैकेनिक और कोच अटेंडेंट की मनमानी नहीं चलेगी। यात्रा के दौरान कोई समस्या आने पर यात्री उन्हें तत्काल बुला सकेंगे। रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों में चलने वाले आन ड्यूटी कर्मचारियों के नाम और नंबर कोच के गेट पर चस्पा करने का निर्णय लिया है।
नए साल से पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर जंक्शन से बनकर चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में यह नई व्यवस्था शुरू हो गई है। आने वाले दिनों में अन्य प्रमुख ट्रेनों से चलने वाली ट्रेनों में भी यह सुविधा मिलने लगेगी। जानकारों के अनुसार रेलवे ने यह कदम लगातार बढ़ती शिकायतों, परिवादों को कम करने तथा समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए उठाया है।
दरअसल, यात्रा के दौरान गर्मी के दिनों में वातानुकूलित बोगियों में एसी की समस्याएं बढ़ जाती हैं। कोचों में कभी बल्ब जवाब दे जाते हैं तो कभी पंखे। मोबाइल के चार्जर प्वाइंट काम नहीं करते। रात के समय कोकरोच घूमने लगते हैं। कोच व टायलेट में गंदगी पसरी रहती है। अक्सर, वाश बेसिन और टायलेट से से पानी गायब हो जाता है। लेकिन इन्हें देखने वाला कोई नहीं होता। जरूरत पडऩे पर यात्रियों को आनड्यूटी कर्मचारी मिलते ही नहीं है। आनलाइन शिकायत के बाद भी समस्याओं का यथाशीघ्र निस्तारण नहीं हो पाता। समाधान होते-होते ट्रेन अपने गंतव्य तक पहुंच जाती है। ऐसे में यात्रियों की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। यह तब है जब ट्रेनों में आनबोर्ड हाउसकिङ्क्षपग (ओबीएचएस) की सुविधा उपलब्ध है। सफाईकर्मियों सहित अन्य कर्मचारियों को भी कोच और बर्थ आवंटित होते हैं। इसके बाद भी यात्रियों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए निरंतर अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं। रेल मदद पर शिकायतों के त्वरित निस्तारण के मामलों में पूर्वोत्तर रेलवे प्रथम स्थान पर है। इसी क्रम में यात्रियों की शिकायतों के तुरंत निष्पादन के लिए संबंधित कर्मचारियों का नाम और नंबर चस्पा किया जा रहा है।