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सुन ली गई होती फरियाद तो बच जाती जान, नहीं होती तीन हत्याएं

एक मकान के विवाद की जानकारी पुलिस को पहले से रही है। पुलिस से मर्डर की आशंका भी व्यक्त की गई थी। पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Dec 2018 06:02 PM (IST)Updated: Sat, 22 Dec 2018 06:02 PM (IST)
सुन ली गई होती फरियाद तो बच जाती जान, नहीं होती तीन हत्याएं
सुन ली गई होती फरियाद तो बच जाती जान, नहीं होती तीन हत्याएं

गोरखपुर, जेएनएन। झगहा थाना क्षेत्र के पुरसापुर गाव के सहसपुर में मकान पर कब्जे को लेकर दो पक्ष में चल रहे विवाद की जानकारी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को थी। दो महीने से दोनों पक्ष के लोग थाना व तहसील का चक्कर लगा रहे थे। कई बार प्रार्थना पत्र भी दिया लेकिन जिम्मेदारों ने रूचि नहीं ली। तीन लोगों की हत्या होने के बाद महकमें में हड़कंप मचा है। लापरवाही किसके स्तर पर हुई इसकी जांच कराई जा रही है।

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दुर्गा सिंह अपने चार भाइयों में सबसे बड़े थे। उनसे छोटे पारस और दुलारे परिवार के साथ रांची में रहते हैं। सबसे छोटे भाई दुर्गा गांव में ही रहते थे। परिवार में पत्‍‌नी के अलावा दो बेटे गुड्डू और प्रिंस हैं। उनके भाई पारस और दुलारे ने अपने हिस्से की जमीन कोटेदार मुंशी यादव को बेच दिया। पुस्तैनी मकान में मिला अपना हिस्सा मुंशी के नाम वसीयत कर दिया। दुर्गा के विरोध करने पर रिश्तेदारों ने पंचायत की। जिसके बाद पारस और दुलारे अपने हिस्से का मकान दुर्गा को देने के लिए राजी हो गए। मुंशी यादव का मकान के लिए दुलारे और पारस को नौ लाख रुपये देने का दावा करता था। खाते में रुपये देने की बात करते हुए पुलिस के सामने अपने खाते का स्टेटमेंट सौंपा था। दो महीने पहले मकान पर जबरन ताला बंद कर दिया। ग्रामीणों की मुताबिक दो महीने से दोनों पक्ष थाना दिवस और तहसील दिवस का चक्कर काट रहे थे। लेकिन अधिकारी समय रहते इस मसले का हल नहीं निकाल पाए। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि लापरवाही किस स्तर पर हुई है सीओ खजनी इसकी जांच कर रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

गांव में पसरा सन्नाटा

तीन लोगों की हत्या के बाद सहसपुर उर्फ कुंवरजोत टोला में सन्नाटा में पसर गया है। दोनों पक्ष के समर्थकों ने घर छोड़ दिया है। पुलिस ने दुर्गा सिंह के बेटे गुड्डू, प्रिंस समेत दोनों पक्ष के 10 लोगों को हिरासत में लिया है। जांच में जिनका नाम सामने आया है उनकी तलाश चल रही है।

किसने किया पहले हमला, हो रही जांच

किस पक्ष ने पहले हमला किया पुलिस इसकी जांच कर रही है। हिरासत में लिए गए गुडडू ने बताया कि समर्थकों साथ पहुंचे मुंशी ने पहले उनके माता-पिता पर हमला कर हत्या कर दी। बाद में उन लोगों ने उसे पीटा। सीओ खजनी रचना मिश्र ने बताया कि इसकी जांच रही है।


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