मां-बेटे ने पहले सल्फास खाया, फिर डीएम कार्यालय पर आग लगाने की कोशिश
पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध मां और बेटे ने कुशीनगर डीएम कार्यालय के बाहर अपने शरीर में आग लगाकर जान देने की कोशिश की। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। सोमवार को मां और 30 वर्षीय बेटे ने पहले सल्फाश खाकर और फिर कुशीनगर जिलाधिकारी कार्यालय पर मिट्टी तेल डाल आत्मदाह का प्रयास किया। कर्मचारियों ने पकड़ा और बचाया तो दोनों ने बताया कि वे पहले ही सल्फास खाकर जान देने की नीयत से यहां आए हैं। पुलिस दोनों को जिला अस्पताल ले गई, जहां पूरे शरीर मे जहर फैलने की बात कह चिकित्सकों ने गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया जहां चिकित्सकों ने दोनों की स्थिति को चिंताजनक बताया है।
महिला का आरोप है कि पति ने अपनी भाभी से शादी कर मुझे ओर मेरे बेटे को घर से बेदखल कर दिया। बीते मार्च में बदमाशों को भेज बेटे को जान से मारने का प्रयास किया। शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही प्रशासन ने हमारा हक हमको दिलाया। मजबूरन जान देने का फैसला कर लिया।
कुशीनगर जिले के अहिरौली थाने के ग्राम सुम्हाटार निवासी उर्मिला पत्नी वेगलाल (50) अपने 30 वर्षीय बेटे संतोष कुमार के साथ डीम कार्यालय पहुंची। आफिस में बैठे डीएम के बारे में पूछा और गैलेन में लिए मिट्टी तेल को एक साथ अपने ऊपर गिरा कर आग लगा दिया। यह देख वहां मौजूद सुरक्षा कर्मी व लोग दौड़कर पकड़ लिए। इस पर दोनों ने बताया कि हमने पहले ही सल्फास खा लिया है। आत्मदाह का प्रयास अपना दर्द बयां करने के लिया किया। सूचना पर कोतवाल विजय राज सिंह पहुंचे और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डा. गौतम शर्मा ने पूरे शरीर में जहर फैलने व हालत गंभीर होने की बात कहकर रेफर कर दिया। जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि कोई शिकायत मेरे पास नहीं पहुंची थी। पता चला है कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है, इनको घर से बेदखल कर दिया है। इसकी जांच करा कार्रवाई होगी।