गोरखपुर में तैयार होगा आधुनिक स्वागत केंद्र, जानें-क्यों हो रहा इंतजाम Gorakhpur News
महानिदेशक पर्यटन के निर्देश के मुताबिक केंद्र को अत्याधिक आकर्षक बनाने के लिए एक और प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है जिससे पर्यटकों को यहां आने के बाद कोई असुविधा न हो।
गोरखपुर, जेएनएन। बौद्ध सर्किट के हृदय स्थल पर मौजूद गोरखपुर में पर्यटकों को आने के बाद किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए पर्यटन विभाग रेलवे स्टेशन से 100 मीटर और बस स्टेशन से 50 मीटर की दूरी पर आधुनिक स्वागत केंद्र (एमआरसी) विकसित कर रहा है। दो करोड़ रुपये की लागत से केंद्र का निर्माण पहले ही हो चुका है। 88 लाख रुपये से उसके सुंदरीकरण का करीब 70 फीसद कार्य पूरा कर लिया है। बचे हुए कार्य में धन की कमी को देखते हुए 80 लाख का प्रस्ताव भेजा गया है। लॉकडाउन से पहले जब पर्यटन महानिदेशक रवि कुमार एनजी पर्यटन परियोजनाओं की समीक्षा के लिए गोरखपुर आए तो उन्होंने प्रस्ताव को और समृद्ध बनाने के लिए कहा। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि केंद्र को इस तरह से विकसित किया जाए कि पर्यटकों के लिए एमआरसी भी पर्यटन केंद्र जैसा नजर आए। क्षेत्रीय पर्यटन विभाग निर्देश के अनुपालन में अब नए सिरे से प्रस्ताव तैयार करा रहा है। नए प्रस्ताव में विभाग न केवल एमआरसी भवन बल्कि पूरे परिसर को विकसित करने की तैयारी कर रहा है।
एमआरसी में पर्यटकों को मिलेंगी यह सुविधाएं
तीन तल का होगा स्वागत केंद्र।
स्वागत एवं अतिथि कक्ष।
सुविधाओं से लैस आठ रिहायशी कमरे।
खानपान के लिए शाकाहारी रेस्टोरेंट।
मनी एक्सचेंज सुविधा युक्त बैंक की एक छोटी शाखा।
टूर प्लानर एवं गाइड से पर्यटकों को मिलेगी मदद।
टेराकोटा और गीताप्रेस के स्टाल होंगे आकर्षण
एमआरसी के दो काउंटर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे। पहला टेराकोटा और दूसरा गीताप्रेस। इन काउंटरों से पर्यटकों को विश्व प्रसिद्ध टेराकोटा मूर्तियां और आध्यात्मिक किताबें उपलब्ध हो जाएंगी। इस संबंध में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रवींद्र कुमार मिश्र का कहना है कि बौद्ध परिपथ के केंद्र में होने और नेपाल में सटे होने के कारण गोरखपुर में पर्यटकों के आने-जाने का सिलसिला बना रहता है। इसे ध्यान में रखकर ही पर्यटकों को प्राथमिक सुविधा मुहैया कराने के लिए आधुनिक स्वागत केंद्र तैयार कराया जा रहा है। महानिदेशक पर्यटन के निर्देश के मुताबिक केंद्र को अत्याधिक आकर्षक बनाने के लिए एक और प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है, जिससे पर्यटकों को यहां आने के बाद कोई असुविधा न हो।