बिना परीक्षा के पास होंगे एमएमएमयूटी के छात्र, सभी ने जताई सहमति Gorakhpur News
यह भी संभव है कि अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए प्रोन्नत का विकल्प अपनाया जाए और शेष छात्रों के लिए परीक्षा तब कराई जाए जब विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति मिले।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी्र) के छात्रों ने परीक्षा न हो पाने की स्थिति में बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाने के विश्वविद्यालय के विकल्प पर अपनी सहमति जताई है। कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह ने छात्रों और अभिभावकों के साथ फेसबुक लाइव के माध्यम से हुए संवाद में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीटेक प्रथम वर्ष के 84 फीसद, द्वितीय वर्ष के 87, तृतीय वर्ष के 90 और चतुर्थ वर्ष के 94 फीसद छात्रों ने प्रोन्नत को लेकर विश्वविद्यालय की ओर तैयार किए फार्मूले पर भरोसा जताया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस सत्र को पूरा करने और अगले सत्र को समय से शुरू किए जाने को लेकर दो विकल्प तैयार किए हैं। पहला विकल्प समय सीमा के दायरे में परीक्षा कराकर परिणाम घोषित करना है। यह तभी संभव है जब शासन से जुलाई में विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति मिल जाए। दूसरा विकल्प परीक्षा न हो पाने की स्थिति में छात्रों को प्रोन्नत करना है। प्रोन्नत के फार्मूले पर कुलपति ने एक ऑनलाइन प्रोफार्मा के माध्यम से छात्रों से राय मांगी थी। करीब 2100 छात्रों ने इस संबंध में अपनी राय से विश्वविद्यालय को अवगत कराया है। फेसबुक लाइव के माध्यम से जब कुलपति छात्रों से मुखातिब हुए तो एक हजार से अधिक छात्रों ने उनकी बातें सुनीं और संवाद किया। कुलपति ने साफ किया कि प्रोन्नत देने का विकल्प संविधिक निकाय और शासन की अनुमति के बाद ही अपनाया जाएगा। यह भी संभव है कि अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए प्रोन्नत का विकल्प अपनाया जाए और शेष छात्रों के लिए परीक्षा तब कराई जाए, जब विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति मिले।
यह है विश्वविद्यालय का प्रोन्नत फार्मूला
कुल अंक : 100
मिड सेमेस्टर परीक्षा का अंक : 30
आंतरिक मूल्यांकन का अंक : 20
ऑनलाइन क्विज या वाइवा का अंक : 20
पिछले सेमेस्टर में प्राप्त प्रतिशत पर आधारित अंक : 30
नोट : पिछले सेमेस्टर के आधार पर दिए जाने अंकों में किसी छात्र को न्यूनतम 12 अंक दिए जाएंगे। व्यवस्था से असहमत छात्र को विश्वविद्यालय खुलने पर परीक्षा देने की अनुमति दी जा सकती है।
ऑनलाइन वाइवा की व्यवस्था भी होगी
कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह ने बताया कि बीटेक अंतिम वर्ष के ज्यादातर छात्रों के प्रोजेक्ट, सेमिनार, लघु शोध की ऑनलाइन मौखिक परीक्षा हो चुकी है। शेष छात्रों के लिए ऑनलाइन माध्यम से वाइवा या क्विज की व्यवस्था की जाएगी। तकनीकी दिक्कत आने पर फोन से इस कार्य को संपन्न किया जाएगा।