विधायक ने जल निगम के अधिकारियों को दी चेतावनी, मामला बर्दाश्त से बाहर Gorakhpur News
विधायक ने साफ-साफ कह दिया कि हम भाजपा के विधायक हैं इसीलिए अभी तक मर्यादित और संवैधानिक तरीके से नागरिकों के साथ हुए अन्याय के विरूद्ध लड़ रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल की लखनऊ में जलनिगम के मुख्यालय में जलनिगम के अध्यक्ष जी पटनायक तथा जलनिगम के प्रबंध निदेशक विकास गोठनवाल के साथ बैठक हुई जिसमें नगर विधायक ने साफ-साफ कह दिया कि हम भाजपा के विधायक हैं, इसीलिए अभी तक मर्यादित और संवैधानिक तरीके से नागरिकों के साथ हुए अन्याय के विरूद्ध लड़ रहे हैं लेकिन अगर नागरिकों को न्याय न मिला तो वे उनके हित-रक्षण के लिए किसी हद तक जा सकते हैं। आंदोलन कर सकते हैं।
पाइप लाइन की जांच जरूरी
नगर विधायक ने कहा कि जांच में सिद्ध हो गया कि आजादनगर-पंचपेडवा में घटिया फटी हुई अधोमानक पाइप डाली गई और जांचकर्ता ओपी शर्मा ने खुद जांच के लिये अच्छी पाइप भेजकर भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान दोषी अधिकारी सेवानिवृत्ति हो गया तो क्या हुआ। उसके सेवानिवृत्त होने से क्या होता है ? उसके पेंशन से बसूली करनी होगी । सभी दोषी अभियंताओं को दण्डित करना होगा और सभी पाइप लाईन की प्रेशर-जांच करनी होगी। पाइप लाइन छह बार का प्रेशर झेल पाते हैं या नहीं इसका परीक्षण होना चाहिए।
अधिकारियों की गलती से शहर को नहीं डूबोया जा सकता
नगर विधायक ने कहा कि देवरिया रोड पर बन रहे नाले को हम तुर्रा नाले में मिलाने की छूट देकर पूरे शहर को राप्ती की 2001 जैसे बाढ़ में डुबाने की छूट कैसे दे सकते हैं? क्या सरकार हमें लिखित रूप से रिपोर्ट देगी कि राप्ती की अगली बाढ़ में ऐसा नही होगा ? नगर विधायक ने कहा कि दो महीने पहले ही तय हो गया था कि जितने क्षेत्र में पुरानी सडकें काटी जा चुकी हैं,उनको छोडकर नये मोहल्लों में खोदाई नही होगी फिर अभी दो दिन पहले तक अभियंताओं और ठेकेदारों ने महादेवपुरम तक की खोदाई कैसे कराई ? उन्होंने कहा की ठेकेदार को रोड -रेस्टोरेशॅन के नाम पर नाटकबाजी करने की छूट नही दी जा सकती है। उन्हे पहले एक सडक को माडल-रेस्टोरेशन करके हमें तथा नागरिकों को दिखाना होगा, उसकै बाद ही वे सारी सडकों को रेस्टोरेट करें। नगर विधायक ने कहा कि नागरिक मुख्यमंत्री जी को तो कुछ कह नहीं पाते हैं,उनका गुस्सा हमपर उतरता है क्योंकि हम हमेशा सहजता से उपलब्ध हैं ,लेकिन शासन-प्रशासन की गलतियों की आलोचना वे एक सीमा के बाद नहीं सहेगें।
उठाएंगे प्रभावी कदम
अध्यक्ष जलनिगम ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि जब उन्होंने दो माह पूर्व ही निर्देशित किया था कि फैसला होने तक आगे सडकों की खोदाई नही होनी चाहिए तो 2-3 दिन पहले तक नयी सडकें कैसे काटी गई। उन्होंने नगर विधायक को आश्वस्त किया कि वे बहुत शीघ्र प्रभावी कदम उठाएंगे।