उत्तराखंड त्रासदी में लापता संतोष की पत्नी ने दर्ज कराई गुमशुदगी Gorakhpur News
उत्तराखंड त्रासदी में लापता देवरिया जिले के भटनी क्षेत्र के पिपरा देवराज निवासी संतोष यादव का पता न चलने पर पत्नी ने भटनी थाने में गुमशदगी दर्ज कराई है। उनके स्वजन घटना के दिन से सदमे में हैं।
गोरखपुर, जेएनएन : उत्तराखंड त्रासदी में लापता देवरिया जिले के भटनी क्षेत्र के पिपरा देवराज निवासी संतोष यादव का पता न चलने पर पत्नी ने भटनी थाने में गुमशदगी दर्ज कराई है। उनके स्वजन घटना के दिन से सदमे में हैं। जिले के आला अफसरों से गुहार लगाकर खोजबीन की मांग कर रहे हैं। वहीं डीएनए टेस्ट के लिए संतोष के पिता, बहन व पुत्र के खून के नमूने राजकीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला देहरादून को उपलब्ध करा दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है।
12 दिसंबर को गए थे उत्तराखंड
स्वजन के मुताबिक, 39 वर्षीय संतोष यादव 12 दिसंबर 2020 को घर से उत्तराखंड के लिए गए। वह चमोली जिले के ओम मेटल कंपनी तपोवन में बेल्डर का कार्य कर रहे थे। सात फरवरी की सुबह 9.37 बजे आखिरी बार पत्नी सुमन देवी से बात हुई थी। तब संतोष ने पत्नी से कहा था कि पैसा खाते में भेजा हूं। उसे निकाल लेना। उसके बाद ग्लेशियर टूटने की घटना हुई। जिस जगह पर यह घटना हुई, उसी जगह पर संतोष कार्य कर रहे थे। घटना के बाद से मोबाइल स्वीच आफ है।
रिश्तेदार खोजबीन के लिए गए थे चमोली
रिश्तेदार संजय यादव खोजबीन में चमोली गए थे, लेकिन संतोष का पता नहीं चला। हालांकि सामान मिला है। जिसे लेकर वह पिपरा देवराज गांव पहुंचा गए हैं। शासन के निर्देश पर डीएनए टेस्ट के लिए एफटीए कार्ड के माध्यम से लापता संतोष के पिता हरिवंश यादव, बहन रिंकू देवी, लड़का अरुण यादव के खून के नमूने जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में लिए गए थे। जिले लेकर भटनी पुलिस देहरादून गई थी।
गुमशुदगी रिपोर्ट भेजा जाएगा चमोली जिला प्रशासन को
एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज ने बताया कि लापता युवक की पत्नी ने भटनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। गुमशुदगी रिपोर्ट उत्तराखंड के चमोली जिला प्रशासन को भेजा जाएगा। जिससे आगे की कार्रवाई की जा सके।