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आश्रम में हैवानियत : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दर्ज है दरिंदगी की दास्तान

आश्रम में महिला से दरिंदगी के मामले में पहले दुष्कर्म की बात से इन्कार करने वाली पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पेचीदगियों को लेकर उलझ गई है। रिपोर्ट में दरिंदगी की पुष्टि हुई ळै।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 11:50 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 11:51 AM (IST)
आश्रम में हैवानियत : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दर्ज है दरिंदगी की दास्तान

गोरखपुर, नवनीत प्रकाश त्रिपाठी। कैंपियरगंज के एक आश्रम में महिला से दरिंदगी के मामले में पहले दुष्कर्म की बात से इन्कार करने वाली पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पेचीदगियों को लेकर उलझ गई है। पोस्टमार्टम में डाक्टरों द्वारा निकाले गए निष्कर्ष के बारे में जानने के लिए सहायक पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज रोहन पी बोत्रे, बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेकर जिला अस्पताल के सीएमओ डा. एसके तिवारी के पास पहुंचे थे। उन्होंने रिपोर्ट में महिला के साथ दुष्कर्म होने की आशंका का उल्लेख होने की पुष्टि की। साथ ही बताया कि महिला के शरीर से सुरक्षित किए गए नमूने की फोरेंसिक जांच के बाद ही दुष्कर्म होने या न होने को लेकर अंतिम निष्कर्ष निकाला जा सकता है।

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सहायक पुलिस अधीक्षक जिस समय सीएमओ के पास पहुंचे थे उस समय उनके चेंबर में एडिशनल सीएमओ डा. एनके पांडेय भी मौजूद थे। दोनों डाक्टरों से रायशुमारी के बाद भी आधिकारिक तौर पर पुलिस, महिला से दुष्कर्म होने की बात तो नहीं कह रही है, लेकिन अब इसे विवेचना का मुख्य बिंदु मानते हुए तफ्तीश शुरू कर दी है। क्षेत्राधिकारी दिन में 12 बजे के आसपास सीएमओ से मिलने पहुंचे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद दोनों डाक्टरों ने उसमें दर्ज कई महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में उन्हें बताया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से डाक्टरों ने बताया कि मौत से एक से डेढ़ घंटा पहले महिला ने हल्का नाश्ता किया था लेकिन खाना नहीं खाया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दर्ज है दरिंदगी की दास्तान

महिला का पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के पैनल से कराया गया था। इस पैनल में दो पुरुष और एक महिला डाक्टर को रखा गया था। पोस्टमार्टम के बाद तैयार की गई रिपोर्ट में महिला से हुई दरिंदगी की दास्तान दर्ज है। रिपोर्ट के मुताबिक महिला के सीने पर कई जगह गंभीर निशान मिले हैं। इसीलिए पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों ने सीने के खास हिस्से का नमूना आगे की जांच-पड़ताल के लिए सुरक्षित किया है। महिला के सीने की एक हड्डी टूट कर एक तरफ फेफड़े में घुस गई थी। जिससे फेफड़ा पंचर हो गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसी को महिला की मौत की वजह बताया गया है। डाक्टरों के मुताबिक सीने पर पैर के घुटने या किसी भारी चीज से प्रहार करने से ऐसा हो सकता है। इसके अलावा भी इस रिपोर्ट में कई बातों का उल्लेख है।

शोहरतगढ़ थाने में महिला के पति व बच्‍चों से हुई पूछताछ

महिला की हत्या के मामले में पुलिस पहले उसके पति की ही भूमिका को संदिग्ध मान रही थी। इसीलिए घटना के दिन कुछ देर के लिए ही सही कैंपियरगंज थाने में उसे हिरासत में भी रखा गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम हाउस जाने और शव को घर ले जाकर दाह संस्कार करने की अनुमति दे दी थी। दाह संस्कार के बाद पति को गुरुवार को कैंपियरगंज थाने बुलाया गया था। बाद में पुलिस ने पति को बुलाने की बजाय खुद शोहरतगढ़ जाकर उससे पूछताछ करने का फैसला किया। कैंपियरगंज थाने की पुलिस टीम बुधवार को शोहरतगढ़ पहुंची थी। महिला के पति और दोनों ब'चों को थाने बुलाकर करीब तीन घंटे तक अकेले में उनसे घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की जानकारी ली। इस दौरान किसी को उनके आसपास नहीं जाने दिया गया। पूछताछ के बाद पुलिस टीम कैंपियरगंज लौट आई।

अभी परीक्षण को नहीं भेजे गए सुरक्षित किए गए नमूने

पोस्टमार्टम में डाक्टरों ने महिला के शरीर से कई नमूने सुरक्षित किए थे। परीक्षण के लिए इन नमूनों को आगरा के फोरेंसिक लैब भेजा जाना है। लैब की रिपोर्ट आने के बाद महिला के साथ हुई ज्यादती पर अंतिम नतीजा निकाला जा सकता है। इसके बावजूद अभी तक पुलिस ने इन नमूनों को परीक्षण के लिए भेजने की औपचारिकता नहीं पूरी की।

आश्रम से जुड़े लोगों ने पति से मिलकर बंधाया ढांढस

जिस आश्रम में महिला के साथ यह घटना हुई है, उससे जुड़े कई लोग बुधवार को शोहरतगढ़ जाकर उसके पति से मिले और ढांढस बंधाया। आश्रम से जुड़े लोग ही महिला के दोनों बेटों की पढ़ाई का खर्चा उठाते हैं। दोनों ब'चों का उन्होंने कैंपियरगंज के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में कराया था। वह लोग महिला और उसके परिवार की आर्थिक मदद भी करते रहते थे।

महिला के भजन पर झूम उठते थे लोग

दरिंदगी की शिकार हुई महिला बेहद सहज और मृदुभाषी थी। आश्रम में रहकर वहां होने वाली गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी। भजन-कीर्तन के कार्यक्रम में भी वह शामिल होती थी। आश्रम से जुड़े लोगों के मुताबिक वहां होने वाले आयोजनों में वह अक्सर भजन गाया करती थी।

हुआ यह था

सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ क्षेत्र निवासी एक युवक, जीविकोपार्जन के लिए कैंपियरगंज कस्बे में दिन में ठेला चलता था और रात में इलाके के ही एक आश्रम में रहकर चौकीदारी करता था। उसके साथ पत्नी और दो ब'चे भी रहते थे। 31 दिसंबर की रात पति-पत्नी आश्रम के बरामदे अलाव जलाकर बैठे हुए थे। दोनों ब'चे कमरे में सो रहे थे। 12 बजे के आसपास तीन युवक चहारदीवारी फांद अंदर आए और चौकीदार को पीटकर घायल करने के बाद उसकी पत्नी को आश्रम परिसर में ही कुछ दूर खींच ले गए। आरोप है कि युवकों ने महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। कैंपियरगंज पुलिस इस मामले में मारपीट व हत्या का मुकदमा दर्ज कर छानबीन कर रही है।

मृतका के गांव पहुंची गोरखपुर की पुलिस, घंटों पूछताछ   

शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र की निवासी उक्त महिला आश्रम से 18 वर्ष पहले से जुड़ी थी। सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद दंरिदों ने उसे पीट-पीट कर मार डाला। इस हत्या को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। गोरखपुर पुलिस घटना की तह तक पहुंचने के लिए गुरुवार को महिला के गांव पहुंची और उसके पति, देवर सहित बच्‍चों को शोहरतगढ़ थाने में उठा लाई और घंटों पूछताछ की।

विवाह के पहले से आश्रम में कार्यरत थी महिला

कैंपियरगंज के आश्रम का पंजीकरण वर्ष 2000 में हुआ था। आश्रम में दो कमरे और एक स्टोर बने हैं। स्थापना के समय से ही उक्त महिला ने संचालिका का पद देखना शुरू कर दिया। वर्ष 2002 में उसका विवाह हुआ। इसमें भी आश्रम की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है। विवाह के बाद से ही पति व पत्नी आश्रम के कमरे में रहने लगे। 


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