गोरखपुर में जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनेगा बसपा सुप्रीमो का जन्मदिन
घनश्याम चंद्र खरवार ने सभी कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव को लेकर जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं का मजबूती के साथ चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के लिए अब समय नहीं रह गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। बसपा की मंडल स्तरीय समीक्षा बैठक में बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन 15 जनवरी को कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। मंडल कार्यालय में हुई बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
पंचायत चुनाव को लेकर पदाधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद व मुख्य सेक्टर प्रभारी गोरखपुर, बस्ती, फैजाबाद व देवीपाटन घनश्याम चंद्र खरवार ने सभी कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव को लेकर जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं का मजबूती के साथ चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के लिए अब समय नहीं रह गया है। इसलिए कार्यकर्ता पूरी लगन के साथ लग जाएं। हर गांव में संपर्क कर बसपा सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि बसपा शासन काल में आम आदमी काफी प्रसन्न था। सभी के साथ न्याय होता था। गांव की जनता बसपा शासन के कार्यों को भलीभांति जानती है। हमें गांवों में जाकर संपर्क करना होगा। बसपा के एजेंडे से लोगों को परिचय कराना होगा।
पंचातय चुनाव में पार्टी हासिल करेगी अपना लक्ष्य
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद हमे विधान सभा चुनाव में अच्छा मौका मिलेगा। पंचायत चुनाव ही हमारा आधार रहेगा। इसलिए हमें हर हाल में गांव स्तर पर संपर्क करने की जरूरत है और संगठन को मजबूत करना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं पर भरोसा जताते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं के दम पर ही हम पंचायत चुनाव में अपने लक्ष्य को हासिल करेंगे।
सुधीर कुमार भारती ने कहा कि बसपा सर्व समाज की पार्टी है। हम सभी अभी से ईमानदारी से मेहनत करें, जिससे 2022 में प्रदेश में बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती के नेतृत्व में सरकार बना सकें। अध्यक्षता करते हुए वीरेंद्र पांडेय ने कहा कि यदि किसी ने सर्व समाज का सम्मान किया है तो वह बसपा है। संचालन अमर चंद दूबे ने किया।
बैठक में सुरेश गौतम, हरि प्रकाश निषाद, जीएम सिंह, घनश्याम राही, राधेश्याम भारती, विजय कुमार, रामनयन आजाद, जय प्रकार प्रसाद, प्रेम कुमार, सुरेंद्र निषाद, विश्वजीत, परमेश्वर शर्मा, मनीष, प्रेम सागर निषाद, श्रीराम बाबू, भवनाथ राय, राजेश मलिक, सत्येंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, हरिलाल फौजी तथा ब्रह्मानंद पासवान आदि मौजूद रहे।