मेराज बनकर निकाह करने पहुंचा मंगेश, रस्म के दौरान उर्दू नहीं बोल पाया तो पकड़ा गया
महराजगंज जिले के कोल्हुई में मेराज बनकर प्रेमिका से निकाह करने पहुंचे मंगेश की पोल तब खुल गई जब वह ठीक से उर्दू नहीं बोल पाया। शक होने पर उसका पहचान पत्र देखा गया। दूसरे धर्म का होने के नाते मौलवी ने निकाह पढ़ाने से मना कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन : महराजगंज जिले के कोल्हुई में मेराज बनकर प्रेमिका से निकाह करने पहुंचे मंगेश की पोल तब खुल गई, जब वह ठीक से उर्दू नहीं बोल पाया। शक होने पर उसका पहचान पत्र देखा गया। दूसरे धर्म का होने के नाते मौलवी ने निकाह पढ़ाने से मना कर दिया। इस दौरान लड़की पक्ष के कुछ लोगों ने मंगेश और उसके साथ आए दोस्तों के साथ हाथापाई की और धोखाधड़ी का आरोप लगाकर पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में पता चला कि लड़की का परिवार सच्चाई जानता है और उसे इस निकाह से कोई परेशानी नहीं है। मामले में किसी भी तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है, इस पर दोनों पक्षों को छोड़ दिया गया।
इंटरनेट मीडिया पर हुआ परिचय तो निकाह के लिए हुए तैयार
सिद्धार्थनगर के लोटन कस्बे के मंगेश पांडेय व कोल्हुई की युवती एक-दूसरे को तीन साल से जानते हैैं। दोनों का परिचय इंटरनेट मीडिया पर हुआ था। युवती के परिवार की रजामंदी से दोनों का निकाह तय था। मंगेश के परिवार से निकाह में कोई शामिल नहीं हुआ। मौलवी के निकाह पढ़वाने के दौरान मंगेश उर्दू शब्दों का उच्चारण ठीक से नहीं कर पाया। शक होने पर पूछताछ शुरू हुई। तलाशी में पैन, आधार और एटीएम कार्ड देखा गया तो सच्चाई सामने आ गई।
दूल्हे और उसके दोस्तों की हुई पिटाई
गुस्साए लोगों ने दूल्हे और उसके दोस्तों की पिटाई कर दी। लड़की के घरवालों ने बीचबचाव किया तो उन्हें भी भला-बुरा कहा। सूचना पर पहुंची पुलिस दूल्हे और उसके दोस्तों को थाने ले आई। दुल्हन पक्ष को भी बुलाकर पूछताछ की गई। कोल्हुई के थानाध्यक्ष दिलीप कुमार शुक्ल ने बताया कि दूल्हे के आधार कार्ड पर मंगेश पांडेय निवासी लोटन, जनपद सिद्धार्थनगर लिखा हुआ है। किसी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है, इसलिए सभी को छोड़ दिया गया है।
शांति भंग में 13 का चालान
जिले के 19 थाना क्षेत्रों की पुलिस ने जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 13 लोगों को शांतिभंग की धाराओं में न्यायालय चालान किया। जहां से सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार ने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था बेहतर बनाए रखने के लिए उपद्रवियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।