डुमरियागंज में मंगल भवन पूरा, फायर स्टेशन अधूरा
डुमरियागंज में कुछ काम पुरा हुए हैं तो कुछ पाइप लाइन में हैं। चार करोड़ रुपये की लागत से मंगल भवन तैयार हो गया है। डुमरियागंज से बांसी मार्ग का निर्माण भी इस वर्ष लगभग 22 करोड़ रुपये की लागत से हुआ जिससे लोगों की राह आसान हुई है।
सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज में कुछ काम पुरा हुए हैं तो कुछ पाइप लाइन में हैं। चार करोड़ रुपये की लागत से मंगल भवन तैयार हो गया है। डुमरियागंज से बांसी मार्ग का निर्माण भी इस वर्ष लगभग 22 करोड़ रुपये की लागत से हुआ जिससे लोगों की राह आसान हुई है। पांच करोड़ रुपये से तहसील भवन का निर्माण भी लगभग पूर्ण हो चुका है। शाहपुर में बनने वाले फायर स्टेशन का निर्माण कार्य दो वर्ष बाद भी नहीं पूरा हो सका। जबकि इसके लिए तय बजट का 50 फीसदी अवमुक्त भी हो चुका है। इसके अलावा 32 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले डुमरियागंज-रुधौली मार्ग का निर्माण कार्य अपूर्ण है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की लाइफलाइन मानी जाने वाले शाहपुर-सिगारजोत मार्ग की स्वीकृति मिल चुकी है, बावजूद इसका टेंडर अभी तक नहीं हुआ। डुमरियागंज-चंद्रदीपघाट मार्ग निर्माण का शिलान्यास हो चुका है, लेकिन यह अभी निर्माणाधीन है। राजकीय कन्या इंटर कालेज भवन के लिए चार करोड़ रुपये स्वीकृत हैं, लेकिन निर्माण नहीं प्रारंभ हुआ। वन विभाग कार्यालय भवन के लिए भूमि चिह्नित है, लेकिन बजट नहीं मिला। केंद्रीय विद्यालय की मिली सौगात सिद्धार्थनगर: जनपद को केंद्रीय विद्यालय भवन की सौगात मिली। इसका निर्माण 20 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस विद्यालय के संचालन के लिए मान्यता वर्ष 2013 में मिली थी। प्रथम सत्र का संचालन वर्ष 2013-14 के सत्र में शुरू हुआ। भवन निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही थी। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धमेंद्र प्रधान ने 23 सितंबर 2021 को केंद्रीय विद्यालय भवन का शुभारंभ किया। नीति आयोग में चयनित इस जनपद के बच्चों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सकेगी। पहले किराये के भवन में सिर्फ कक्षा 10 तक की ही पढ़ाई हो रही थी। केंद्र सरकार ने सिद्धार्थनगर के लोगों को बड़ी सौगात देकर आगे की पढ़ाई का रास्ता खोल दिया है। अब भवन बन जाने से इस विद्यालय में इंटर तक के छात्रों की पढ़ाई हो सकेगी। इस सत्र से केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 11 और 12 की भी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। विद्यालय और जनपद के अन्य बच्चों को 12वीं तक की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
केंद्रीय विद्यालय की मिली सौगात सिद्धार्थनगर: जनपद को केंद्रीय विद्यालय भवन की सौगात मिली। इसका निर्माण 20 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस विद्यालय के संचालन के लिए मान्यता वर्ष 2013 में मिली थी। प्रथम सत्र का संचालन वर्ष 2013-14 के सत्र में शुरू हुआ। भवन निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही थी। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धमेंद्र प्रधान ने 23 सितंबर 2021 को केंद्रीय विद्यालय भवन का शुभारंभ किया। नीति आयोग में चयनित इस जनपद के बच्चों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सकेगी। पहले किराये के भवन में सिर्फ कक्षा 10 तक की ही पढ़ाई हो रही थी। केंद्र सरकार ने सिद्धार्थनगर के लोगों को बड़ी सौगात देकर आगे की पढ़ाई का रास्ता खोल दिया है। अब भवन बन जाने से इस विद्यालय में इंटर तक के छात्रों की पढ़ाई हो सकेगी। इस सत्र से केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 11 और 12 की भी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। विद्यालय और जनपद के अन्य बच्चों को 12वीं तक की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। केंद्रीय विद्यालय की मिली सौगात सिद्धार्थनगर: जनपद को केंद्रीय विद्यालय भवन की सौगात मिली। इसका निर्माण 20 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस विद्यालय के संचालन के लिए मान्यता वर्ष 2013 में मिली थी। प्रथम सत्र का संचालन वर्ष 2013-14 के सत्र में शुरू हुआ। भवन निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही थी। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धमेंद्र प्रधान ने 23 सितंबर 2021 को केंद्रीय विद्यालय भवन का शुभारंभ किया। नीति आयोग में चयनित इस जनपद के बच्चों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सकेगी। पहले किराये के भवन में सिर्फ कक्षा 10 तक की ही पढ़ाई हो रही थी। केंद्र सरकार ने सिद्धार्थनगर के लोगों को बड़ी सौगात देकर आगे की पढ़ाई का रास्ता खोल दिया है। अब भवन बन जाने से इस विद्यालय में इंटर तक के छात्रों की पढ़ाई हो सकेगी। इस सत्र से केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 11 और 12 की भी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। विद्यालय और जनपद के अन्य बच्चों को 12वीं तक की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। केंद्रीय विद्यालय की मिली सौगात सिद्धार्थनगर: जनपद को केंद्रीय विद्यालय भवन की सौगात मिली। इसका निर्माण 20 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस विद्यालय के संचालन के लिए मान्यता वर्ष 2013 में मिली थी। प्रथम सत्र का संचालन वर्ष 2013-14 के सत्र में शुरू हुआ। भवन निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही थी। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धमेंद्र प्रधान ने 23 सितंबर 2021 को केंद्रीय विद्यालय भवन का शुभारंभ किया। नीति आयोग में चयनित इस जनपद के बच्चों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिल सकेगी। पहले किराये के भवन में सिर्फ कक्षा 10 तक की ही पढ़ाई हो रही थी। केंद्र सरकार ने सिद्धार्थनगर के लोगों को बड़ी सौगात देकर आगे की पढ़ाई का रास्ता खोल दिया है। अब भवन बन जाने से इस विद्यालय में इंटर तक के छात्रों की पढ़ाई हो सकेगी। इस सत्र से केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 11 और 12 की भी कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। विद्यालय और जनपद के अन्य बच्चों को 12वीं तक की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।