गोसदन मधवलिया में नहीं थम रहा पशुओं की मौतों का सिलसिला, पांच दिन में 40 गोवंशीयों की की मौत Gorakhpur News
शनिवार को भी सात गोवंशीय पशु काल के गाल में समा गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से पांच गोवंशियों की मौत प्लास्टिक खाने से हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन। महराजगंज जिले के गोसदन मधवलिया में गोवंशियों के मरने का क्रम जारी है। प्रशासन की कोई भी कवायद पशुओं के मौत को नहीं रोक पा रही है। शनिवार को भी सात गोवंशीय पशु काल के गाल में समा गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से पांच गोवंशियों की मौत प्लास्टिक खाने से हुई है, जबकि दो पशु चोट लगने के कारण मरे हैं।
अब मात्र 915 पशु बचे
पांच दिनों के अंदर 40 पशुओं की मौत से हड़कंप मचा है। शनिवार को प्रशासन द्वारा कराई गई पशुओं की गणना में इनकी संख्या घटकर 915 रह गई है। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एके गिरी के नेतृत्व में पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत सातों पशुओं का पोस्टमार्टम किया। डा. एके गिरी ने बताया कि पांच पशुओं की आंत में प्लास्टिक फंसी हुई थी। दो पशु गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें इलाज कर बचाने का भरसक प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
मधवलिया पहुंची लखनऊ की टीम
शनिवार को संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग लखनऊ डा. अनिल कुमार शर्मा के नेतृत्व में डा. शशि गुप्ता और डा. पंकज कुमार की तीन सदस्यीय टीम गोसदन पहुंची। टीम के लोगों ने गोसदन का निरीक्षण कर बीमार पशुओं के इलाज के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया। पशुपालन विभाग के विशेषज्ञों की टीम गोसदन के पशुओं की जांच कर रही है।
पशुओं की देखभाल में लापरवाही क्षम्य नहीं : डीएम
गोसदन मधवलिया में लगातार हो रही पशुओं की मौत की जानकारी मिलने पर शनिवार को नवागत जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार दूसरी बार गोसदन पहुंचे। जहां उन्होंने अधिकारियों व चिकित्सकों के साथ पशु शेड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शेड में साफ सफाई, चारा व पशुओं की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद उन्होंने मौजूद कर्मचारियों व चिकित्सकों को गोसदन में मौजूद सभी पशुओं को भरपूर भूसा, हरा चारा देने व समय से इलाज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कुछ समय तक गोसदन के विश्राम गृह में सभी चिकित्सकों व अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में भी सभी को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अवध बिहारी, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग लखनऊ डा. अनिल शर्मा सहित कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।