गोरखपुर की चिडिय़ाघर में दहाड़ेंगे जूनागढ़ के बब्बर शेर Gorakhpur News
जूनागढ़ से मिलने वाले तीन बब्बर शेरों को लाने के लिए गोरखपुर चिडिय़ाघर के निदेशक एनके जानू के नेतृत्व वाली टीम गंतव्य के लिए रवाना हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के अशफाकुल्लाह खां प्राणी उद्यान में जानवरों को लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जूनागढ़ से मिलने वाले तीन बब्बर शेरों (एक नर और दो मादा) को लाने के लिए चिडिय़ाघर के निदेशक एनके जानू के नेतृत्व वाली टीम गंतव्य के लिए रवाना हो गई है। फिलहाल इन शेरों को इटावा सफारी में लाकर रखा जाएगा। जब चिडिय़ाघर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तो उन्हें इटावा से गोरखपुर लाया जाएगा। इटावा लाने के लिए जूनागढ़ से शेरों का सफर सोमवार से शुरू हो गया। रास्ते में दो स्थानों पर विश्राम कर यह शेर 26 सितंबर को इटावा पहुंचेंगे।
जूनागढ़ से इटावा फिर गोरखपुर आएंगे शेर
गुजरात और उत्तर प्रदेश सरकार में इन शेरों को लेकर करार पहले ही हो चुका है। इससे पहले जून महीने में भी इन्हें जूनागढ़ से इटावा लाने की योजना बनी थी, लेकिन गर्मी अधिक होने के कारण उस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। शेरों को गुजरात से राजस्थान के रास्ते इटावा लाया जाएगा। रास्ते में उदयपुर और जयपुर दो स्थानों पर उन्हें विश्राम दिया जाएगा। गोरखपुर से जाने वाली टीम में चिडिय़ाघर के सहायक वन संरक्षक संजय मल्ल, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील राव, वन दरोगा चंद्रभूषण पासवान, लेखा विभाग के राजीव श्रीवास्तव, वन्य जीव रक्षक नीरज सिंह शामिल हैं। सहायक वन संरक्षक संजय मल्ल ने बताया कि शेरों का सफर वन विभाग के नियम के मुताबिक रात्रि में ही होगा। दिन में उन्हें विश्राम दिया जाएगा।
कुल सात शेर आएंगे इटावा सफारी
क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील राव ने बताया कि जूनागढ़ से कुल सात शेर इटावा लाए जाने हैं। इनमें से एक नर और दो मादा शेर गोरखपुर चिडिय़ा घर के लिए होंगे, जबकि शेष चार शेर इटावा सफारी के लिए। सात शेरों में तौकीर नाम का नर शेर है जबकि मरियम, जेनिफर व तेजस्विनी मादा। इसके अलावा तीन शावक हैं। दो शावक (एक-एक नर व मादा) जूनागढ़ में रहने वाली मादा शेर माहेश्वरी के तो एक मादा शावक वहीं की मादा शेर राधा का है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि इनमें से किन तीन को गोरखपुर लाया जाएगा।