Move to Jagran APP

गोरखपुर में कुंभ की तरह बनेगी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की राह, जाने-क्‍या की गई है व्‍यवस्‍था Gorakhpur News

एकला बांध पर लोहे की प्लेट बिछाकर विसर्जन की राह आसान करने का काम शुरू हो गया है। लोहे की प्‍लेट राष्ट्रीय राजमार्ग से विसर्जन स्थल तक बिछाई जाएगी।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 07:33 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 09:00 PM (IST)
गोरखपुर में कुंभ की तरह बनेगी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की राह, जाने-क्‍या की गई है व्‍यवस्‍था Gorakhpur News
गोरखपुर में कुंभ की तरह बनेगी दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की राह, जाने-क्‍या की गई है व्‍यवस्‍था Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। प्रयागराज के कुंभ की तरह राप्ती तट पर विसर्जन की राह बनाई जाएगी। एकला बांध पर लोहे की प्लेट बिछाकर विसर्जन की राह आसान करने का काम शुरू हो गया है। लोहे की प्‍लेट राष्ट्रीय राजमार्ग से विसर्जन स्थल तक बिछाई जाएगी।

loksabha election banner

एकला बांध के पास बन रहे तीन कृत्रिम तालाब

दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए राप्ती तट स्थित एकला बांध के पास तीन कृत्रिम तालाब बनाए जा रहे हैं। इनमें से एक तालाब का काम पहले से ही पूरा है। दो अन्य तालाबों को तेजी से तैयार किया जा रहा है। तालाब बनाए जाने के बाद इसके चारो ओर बैरीकेडिंग कराई जाएगी। एकला बांध पर काम करा रहे ठेकेदार वीरेंद्र प्रताप पांडेय ने कहा कि यदि बारिश नहीं होगी तो तीन दिन में पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी जाएगी।

बिजली के लिए स्थाई लाइन की तैयारी

राष्ट्रीय राजमार्ग से विसर्जन स्थल तक बिजली की स्थाई लाइनें खीची जा रही हैं। बिजली आपूर्ति के लिए उच्च क्षमता के ट्रांसफार्मर भी मंगा लिए गए हैं। पथ प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। ताकि रात के समय किसी तरह की कोई परेशानी न होने पाए।

समतल हो रहा बांध

बारिश के बाद एकला बांध पर कई जगह गड्ढे बन गए थे। अब पीडब्ल्यूडी बांध के ऊपरी हिस्से को समतल बना रहा है। हालांकि बांध को वहीं तक दुरुस्त किया जा रहा है जहां से प्रतिमाओं को विसर्जन स्थल तक पहुंचाया जाना है।

सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी का है सख्त रुख

नदियों में प्रतिमा विसर्जन को लेकर सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के कड़े रुख को देखते हुए प्रशासन तैयारियों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है।

प्रतिमाओं का यहां भी होता है विसर्जन

भले ही शहर में तीन स्थानों पर कृत्रिम तालाब बनाकर प्रतिमा विसर्जन कराया जाता है लेकिन हर साल सैकड़ों की संख्या में प्रतिमाओं का बाघागाड़ा पुल, महेसरा पुल के नीचे विसर्जन होता रहता है। इस पर न तो प्रशासन और न ही पुलिस व नगर निगम के अफसर सख्ती करते हैं।

सभी जरूरी इंतजाम होंगे

चीफ इंजीनियर सुरेश चंद्र का कहना है कि कृत्रिम तालाब बनाने का काम अंतिम चरण में है। रास्ते को ठीक करने के साथ ही लोहे की प्लेट बिछाई जाएगी। प्रतिमा विसर्जन सुचारु तरीके से करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.