जानें- यहां महिलाओं ने शिव मंदिर की जगह डीएम कार्यालय गेट पर क्यों चढ़ाया जल Deoria News
डीएम आवास के समीप डूडा कार्यालय के पीछे शिव मंदिर में पूजा की मांग को लेकर हाथ में जल लिए राघवनगर मोहल्ले की महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंच गईं।
देवरिया, जेएनएन। देवरिया में डीएम आवास के समीप डूडा कार्यालय के पीछे शिव मंदिर में पूजा की मांग को लेकर हाथ में जल लिए राघवनगर मोहल्ले की महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंच गईं। महिलाओं ने डीएम कार्यालय गेट पर जल चढ़ाकर शिव मंदिर में पूरा न करने देने का विरोध जताया। महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि मंदिर का गेट नहीं खोला गया तो डीएम कार्यालय में शिवलिंग की स्थापना कर पूजा करेंगी। एडीएम प्रशासन राकेश कुमार पटेल ने समझा-बुझाकर शांत किया।
सरकारी आवास परिसर के अंदर है शिव मंदिर
जिला प्रशासन ने 19 नवंबर 2018 को डीएम आवास के पीछे लोक निर्माण विभाग की भूमि से अवैध कब्जा खाली कराया था। इस भूमि के ठीक पूरब वर्तमान में डूडा कार्यालय (पूर्व में एसडीएम सदर का आवास था) के पीछे एक शिव मंदिर स्थित है, जिसकी तीन तरफ की दीवार परिसर के अंदर थी। जिसे तत्कालीन एसडीएम रामकेश यादव ने ढ़हाकर मंदिर को परिसर के भीतर कर लिया और पश्चिम तरफ स्थित मंदिर के मुख्य गेट को दीवार चला कर बंद कर दिया।
धरने पर भी बैठीं महिलाएं
राघवनगर मोहल्ले की एक दर्जन से अधिक महिलाएं जल लेकर डीएम कार्यालय पहुंचीं। डीएम कार्यालय गेट पर जल चढ़ाया और धरने पर बैठ गईं। इसकी जानकारी होने पर एडीएम प्रशासन राकेश कुमार पटेल महिलाओं के पास पहुंचे और उनकी बात सुनी। महिलाओं का कहना है कि इस शिव मंदिर की स्थापना 1965 में की गई थी। तभी से मोहल्ले के लोग पूजा करते आ रहे थे, लेकिन नवंबर 2018 से मंदिर में पूजा नहीं कर पा रहे हैं। सावन मास शुरू हो गया है। यदि गेट नहीं खोला गया तो कलेक्ट्रेट परिसर में शिवलिंग की स्थापना कर पूजा की जाएगी। बाद में एसडीएम डा. दिनेश मिश्र के सामने भी अपनी बात रखी। इस मौके पर रीता देवी, लक्ष्मी देवी, आशा देवी, किरन देवी, दुर्गा देवी, कमलावती, माधुरी देवी, मंजू, रीता, सुनीता, प्रभावती, चंद्रावती आदि मौजूद रहीं।