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जानिए किस अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में घुम रहे थे कुत्ते, कैसा है मरीजों का हाल

महराजगंज जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति काफी बदहाल है। शासन-प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी कुछ चिकित्सक व कर्मचारियों की मनमानी मरीजों पर भारी पड़ रही है। सुबह 10.45 बजे धानी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक नदारद रहे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 06:15 AM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 06:15 AM (IST)
जानिए किस अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में घुम रहे थे कुत्ते, कैसा है मरीजों का हाल
धानी सीएचसी में बंद पड़ा महिला चिकित्सक का कक्ष । जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : महराजगंज जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति काफी बदहाल है। शासन-प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी कुछ चिकित्सक व कर्मचारियों की मनमानी मरीजों पर भारी पड़ रही है। सुबह 10.45 बजे धानी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक नदारद रहे। उनके कक्ष में ताला लटकता रहा, जिससे मरीजों को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।

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अस्पताल मेंं हर जगह थी गंदगी

अस्पताल के अंदर जगह-जगह गंदगी थी। नेत्र चिकित्सक के कक्ष के सामने कुत्ता बैठा था। मरीजों के पंजीकरण का काउंटर नहीं खुला था। यहां पर तैनात महिला चिकित्सक डा. जमीला व डा. रंजना मिश्रा के कक्ष के दरवाजे पर ताला लटक रहा था। केंद्र में अधीक्षक डा. प्रकाश चंद सहित कुल चार चिकित्सक की तैनाती है, पर कोई उपस्थित नहीं था। ओपीडी में आरबीएस के डा. नीरज सिंह कुछ लोगों के साथ बैठे थे। कुछ समय बाद अधीक्षक पहुंचे। मरीज सरकारी व्यवस्था को कोसते हुए नजर आ रहे थे।

खुला हुआ था कोविड वैक्सीनेशन सेंटर

कोविड वैक्सीनेशन सेंटर खुला था। यहां पर रजिस्ट्रेशन व वैक्सीनेशन का काम हो रहा था। कुल 92 लोगों का रजिस्ट्रेशन एक काउंटर पर हो चुका था। लोग अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। प्रतिरक्षण अधिकारी राकेश माणि व रविंद्र अपने कक्ष में मौजूद थे। नेत्र चिकित्सक डा. अजीत यादव, एलटी घनश्याम पांडेय आनंद गुप्ता अपने कक्ष में मौजूद मिले। इमरजेंसी वार्ड में बेड के नीचे कुत्ते बैठे थे। मरीजों के पीने के लिए पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। एक इंडिया मार्का हैंडपंप लगा था।

पर्चा बनाने व दवा देने वाला कोई नहीं

ग्राम हाथिगढ़वा निवासी प्रेमा ने बताया कि न तो कोई पर्चा बनाने वाला है और न ही कोई दवा देने वाला। अब गांव में ही डाक्टर को दिखाना पड़ेगा। ग्राम हाथिगढ़वा निवासी प्रदीप यादव ने कहा कि उनकी मां को बुखार व खासी की समस्या है, जिसे दिखाने के लिए सुबह से बैठे हैं। ग्राम नवाडीह निवासी धर्मेंद्र ने बताया कि पत्नी को कुत्ता काट लिया है, जिसे लेकर वह सुबह से बैठे हैं। यहां चिकित्सक ही नहीं है।

अनुपस्थित चिकित्सकों से होगा जवाब तलब

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए अधीक्षक, प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया है। इसके बाद भी कोई चिकित्सक अनुपस्थित है तो अधीक्षक व प्रभारी चिकित्साधिकारी के साथ ही संबंधित से भी जवाब तलब की जाएगी।


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