त्रिकोण प्रेम के चक्कर में हुई थी किशोर की हत्या, युवती सहित चार गिरफ्तार Gorakhpur News
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दीपराज को फोन कर बाग में बुलाने वाली युवती का यशवंत से काफी पहले प्रेम संबंध चल रहा था।
गोरखपुर, जेएनएन। गोला क्षेत्र में हरपुर गांव के हाईस्कूल के छात्र दीपराज की हत्या प्रेम प्रसंग में की गई थी। वारदात में अहम भूमिका निभाने वाले इलाके की एक युवती सहित चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा और छात्र का मोबाइल फोन तथा टूटा हुआ सिमकार्ड बरामद किया गया है।
गोला क्षेत्र के इऔवा उर्फ प्रेमगढ़ निवासी यशवंत निषाद, हरपुर निवासी महेंद्र निषाद और नीरज निषाद तथा वारदात में उनका सहयोग करने वाली युवती को पुलिस ने गोपालपुर में साईंजोत तिराहे से गिरफ्तार किया है। सीओ गोला श्यामदेव बिंद ने बताया कि सरम गांव निवासी चुन्नीलाल के पुत्र 14 वर्षीय दीपराज का सात अगस्त को हरपुर गांव के पास तालाब में शव मिला था। उसके दोनों हाथ पीछे की तरफ बंधे और सिर पर चोट का निशान थे। पिता की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही थी। छात्र के मोबाइल फोन के काल डिटेल से एक युवती का नंबर मिला। छह अगस्त की रात में युवती के नंबर से छात्र के नंबर पर अंतिम बार फोन किया गया था। इस आधार पर युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पता चला कि यशवंत के कहने पर ही उसने दीपराज को छह अगस्त की रात 11 बजे बाग में बुलाया था। उसके बाग में पहुंचते ही यशवंत ने डंडे से सिर पर प्रहार कर दिया था। जिससे दीपराज बेहोश होकर वहीं गिर गया। बाद में यशवंत और उसके दोनों साथी दीपराज के सीने पर चढ़कर बुरी तरह से कुचल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई।
युवती से मिली जानकारी के आधार पर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दीपराज को फोन कर बाग में बुलाने वाली युवती का यशवंत से काफी पहले प्रेम संबंध चल रहा था। कुछ दिन पहले दीपराज से भी युवती की बातचीत शुरू हो गई। दोनों एक-दूसरे के काफी करीब आ गए। यशवंत को यह बात नागवार लग रही थी। इसी बात पर दो माह पहले दीपराज से उसका विवाद भी हुआ था। इसी के बाद यशवंत ने दोस्तों के साथ मिलकर दीपराज को रास्ते से हटाने का फैसला किया। समझा-बुझाकर युवती को भी साजिश में शामिल कर लिया और मौका देखते ही वारदात को अंजाम दे डाला। सीओ ने बताया कि घटना का पर्दाफाश करने में थानेदार हेमेंद्र पांडेय, उप निरीक्षक राजेश कुमार यादव, आलोक कुमार राय, अनिल यादव, विवेक चतुर्वेदी और सिपाही अमित यादव, सतीश ओझा आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।