बेसहारा पशुओं के लिए कान्हा गोशाला तैयार, मिलेगी सहूलियत
दो करोड़ 10 हजार रुपये की लागत से बनी कान्हा गोशाला अंतत बेसहारा पशुओं को शरण देने के लिए खुल गई। रविवार को विधायक आरपी ¨सह और डीएम दीपक मीणा ने गोशाला का लोकार्पण किया।
सिद्धार्थनगर : दो करोड़ 10 हजार रुपये की लागत से बनी कान्हा गोशाला अंतत: बेसहारा पशुओं को शरण देने के लिए खुल गई। रविवार को विधायक आरपी ¨सह और डीएम दीपक मीणा ने गोशाला का लोकार्पण किया। जागरण ने गोशाला के निर्माण में चल रही लेटलतीफी पर लगातार खबर प्रकाशित की जिसके बाद निर्माण कार्य में तेजी आई। कस्बे से बेसहारा पशुओं की समस्या को समाप्त करने के लिए डुमरियागंज नगर पंचायत दो वर्ष से कान्हा गोशाला का निर्माण करवा रहा था। कार्य में चल रही लेटलतीफी पर जागरण ने दिसंबर 2019 में अभियान चलाया। जिसके बाद विधायक और एसडीएम के लगातार निरीक्षण हुए और कार्य में तेजी आई। रविवार लोकार्पण के दौरान विधायक ने कहा कि यह गोशाला बेसहारा पशुओं को सहारा देगी। इनकी वजह से सड़क पर हो पशुओं के कारण हो रही दुर्घटना रुकेगी, किसानों को हो रहा नुकसान थमेगा। डीएम ने इसे महत्वपूर्ण कार्य बताते हुए कहा कस्बाई क्षेत्रों में ऐसी गोशाला होनी ही चाहिए जिससे बेजुबानों को दर-दर भटकना न पड़े। नपं अध्यक्ष जफर अहमद ने बताया कि यहां 100 बेसहारा पशुओं को रखा गया है। ईओ शिवकुमार, लवकुश ओझा, शैलेष कुमार ¨सह, श्याम सुदंर अग्रहरि, अनिल जायसवाल आदि मौजूद रहे। गोकशी के छह आरोपितों को पुलिस ने उठाया डुमरियागंज थानाक्षेत्र के धौरहरा गांव के निकट स्थित जंगल में कुछ लोगों ने गोकशी की घटना को अंजाम देने की शंका व्यक्त की गई है। सूचना मिलते ही गांव में तनाव फैल गया। मुकामी पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है। 15 अगस्त की शाम धौरहरा जंगल में चरवाहे जब अपने मवेशियों को चराने पहुंचे तो गोवंशीय अवशेष देखा। जगह - जगह मांस और रक्त देख गोकशी की आंशका हुई। गांव वालों ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में अवशेष इकट्ठा किया और परीक्षण हेतु भेजा। देर शाम पुलिस ने छह लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है। प्रभारी निरीक्षक भवानीगंज र¨वद्र कुमार ¨सह ने बताया कि पुलिस कुछ लोगों को थाने लाई है। पूछताछ हो रही है। दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा जाएगा। गांव के हालात सामान्य है।