जरायम की दुनिया में ऐसे उतरा शातिर कामेश्वर, दर्ज हैं मारपीट, बलवा व रंगदारी मांगने के 10 से अधिक मामले Gorakhpur News
वर्ष 2010 में गांव के बाहर एक तालाब में पुलिस वर्दी में कामेश्वर सिंह के बड़े भाई बबलू की लाश मिली। उसके बाद गांव के ही रमेश सिंह की हंसिए से गला काटकर हत्या कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया के पथरहट गांव का रहने वाला कामेश्वर सिंह उर्फ डब्लू शातिर बदमाश है। अपने ही गांव के रहने वाले क्षेत्र पंचायत सदस्य सहित दो लोगों की हत्या कर उसने जरायम की दुनिया में कदम रखा। वर्ष 2017 में प्रेमिका के साथ मिलकर उसके पति को मौत के घाट उतार दिया, जिसमें वह जेल में बंद है।
बड़े भाई की हत्या के बाद से ही शुरू किया वारदात
कामेश्वर सिंह उर्फ डब्लू ने इंटर तक ही पढ़ाई की है। उसका बड़ा भाई बबलू उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही था, जिसे बर्खास्त कर दिया गया था। वर्ष 2010 में गांव के बाहर एक तालाब में पुलिस वर्दी में बबलू की लाश मिली। डब्लू और उसके घर वालों का मानना था उसकी हत्या की गई थी, जिसे गांव के ही रमेश सिंह ने की थी। इसी संदेश में डब्लू ने शराब के नशे में धुत रमेश सिंह का गला हंसिए से काट दिया। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद डब्लू ने 25 अप्रैल, 2013 को रमेश के करीबी गांव के पूर्व प्रधान व तत्कालीन क्षेत्र पंचायत सदस्य अरुण की मचिया चौराहे पर गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद वह फरार हो गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
पांच साल प्रेमिका के पति की कर दी थी हत्या
पांच साल बाद 18 मार्च, 2017 को जेल से बाहर आने के बाद कैंट थानाक्षेत्र के महादेव झारखंडी में रहने वाली अपनी प्रेमिका सुषमा से मिलने-जुलने लगा। उसके पति विवेक को भनक लगी तो उसे रास्ते से हटाने का प्लान बना डाला। 22 अप्रैल, 2017 की रात सुषमा और अपने साथियों के साथ मिलकर घर में ही विवेक की हत्या कर दी। शव ठिकाने लगाने के दौरान कैंट पुलिस ने कामेश्वर और उसके साथियों को पकड़ लिया। इसके अलावा बदमाश पर मारपीट, बलवा, हत्या की कोशिश और रंगदारी मांगने के 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
कामेश्वर के गांव की रहने वाली है उसकी प्रेमिका सुषमा
कामेश्वर की प्रेमिका सुषमा उसके गांव की रहने वाली है। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे। आते-जाते समय नजदीकी हो गर्ई। जानकारी होने पर घरवालों ने सुषमा पर पाबंदी लगा दी, जिसके बाद वह डब्लू के साथ घर छोड़कर चली गई।
उसी बीच रमेश सिंह की हत्या के आरोप में डब्लू जेल चला गया। इसके बाद परिवार के लोगों ने विवेक प्रताप सिंह उर्फ विक्की से सुषमा की शादी कर दी। जनवरी, 2013 में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद डब्लू सुषमा से मिलने-जुलने लगा। उसके बाद 25 अप्रैल, 2013 को पूर्व प्रधान अरुण सिंह की हत्या करने के बाद वह दोबारा जेल चला गया।
छूटने के बाद 22 अप्रैल, 2017 की रात में सुषमा और अपने तीन अन्य साथियों राधेश्याम मौर्य, अनिल मौर्य और सुनील तेली के साथ मिलकर विवेक की हत्या कर दी। गोरखपुर जेल में रहने के दौरान भी दोनों हर शनिवार को मिलते थे।
पेशी पर आने के बाद मौज-मस्ती करता था कामेश्वर
न्यायालय में पेशी पर आने के बाद डब्लू हर बार मौज-मस्ती करता था। पति की हत्या कराने वाली सुषमा को जमानत मिल चुकी है। जब भी डब्लू पेशी पर देवरिया और गोरखपुर आता था, उसके साथ होटल, माल व अन्य स्थानों पर घूमती थी।
इसकी जानकारी अरुण सिंह के बेटे दीपक को गई। सोमवार को न्यायालय में डब्लू की पेशी होने के बाद दीपक अपने साथियों संग गाड़ी से उसके पीछे लग गया। उनके साथ होटल के गेट तक आया। प्रेमिका के साथ बदमाश के होटल में घुसने पर सूचना पुलिस अधिकारियों को दे दी। उसके बाद वह रंगरेलियां मनाते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया गया।