UP News: आई रेड एप पर नहीं है UP में हुए 1700 हादसों का रिकॉर्ड, गोरखपुर व कुशीनगर में हुई अधिक लापरवाही
iRed app इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस एप पर आंकड़े अपडेट न होने की स्थिति पर यातायात निदेशालय ने पत्र लिख कर नाराजगी जताई है। सभी जिलों के पुलिस कप्तान को हादसों का विवरण अपडेट कराने को कहा गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (आइ रेड) एप पर उत्तर प्रदेश के 78 जिलों में हुए 1700 हादसों का रिकार्ड नहीं है, इसमें गोरखपुर जोन के 781 मामले शामिल हैं। यातायात निदेशालय ने इस पर नाराजगी जताते हुए सभी जिले के पुलिस कप्तान को पत्र लिख हादसों का विवरण आइ रैड एप पर अपडेट कराने को कहा है।
ये है नियम
हादसे के बाद स्थानीय पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचकर फोटो, वीडियो, दिशा, दुर्घटना का समय, तारीख, स्थान, हादसों वाली गाड़ियों का नाम, नंबर आइ रैड एप पर अपडेट करना होता है। हादसा मौसम की खराबी से हुआ या सड़क की कमी से, इसको भी दर्ज करना है। आइ रैड पर पुलिस-एआरटीओ, पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ ही अस्पतालों को भी शामिल किया गया है। जनवरी 2022 से 30 जून तक पूरे प्रदेश में 20749 हादसे हुए जिसमें 19049 का रिकार्ड ही आइ रैड एप पर अपडेट हुआ। जिसकी वजह से 1700 हादसों के कारण का पता नहीं चला।
कुशीनगर व गोरखपुर में अधिक लापवाही
जोन में सबसे ज्यादा लापरवाही कुशीनगर व उसके बाद गोरखपुर में हुई है। एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि आइ रैड एप पर हादसे का विवरण दर्ज करना अनिवार्य है। सभी जिलों के पुलिस कप्तान से कहा गया है कि 15 दिन के भीतर आइ रैड एप पर हादसों का विवरण फीड करा दें।
जोन के जिलों की स्थिति
जिला संख्या
गोरखपुर 186
देवरिया 86
कुशीनगर 205
महराजगंज 86
बस्ती 15
संतकबीरनगर 54
गोंडा 19
श्रावस्ती 06
सिद्धार्थनगर 05
बहराइच 126
बलरामपुर 04
क्षेत्र में घटना हुई तो बीपीओ होंगे जवाबदेह
शहर के बीपीओ (बीट पुलिस अधिकारी) की ड्यूटी अब वीआइपी कार्यक्रम में नहीं लगेगी। पूरे दिन क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर वह जन समस्या का निराकरण करने के साथ ही अपराधियों की निगरानी करेंगे। क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों के बारे में थाना, चौकी व हल्का प्रभारी को जानकारी देकर निराेधात्मक कार्रवाई कराएंगे। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने शहर क्षेत्र के सभी थानेदार, चौकी प्रभारी व हल्का दारोगा के साथ आनलाइन बैठक की।एसपी सिटी ने थानेवार बीपीओ की संख्या जानने के बाद उनकी जिम्मेदारी के बारे में बताया।