गोरखपुर के इस चौराहे की 50 दुकानें तोड़ी जाएंगी, जानें-क्या है कारण
सड़क की दोनों पटरियों पर रेलवे की 25 दुकानें हैं। दक्षिण की तरफ धर्मशाला जाने वाली सड़क पर भी 6 दुकानें हैं। इसके अलावा पश्चिम और उत्तर दिशा की तरफ पादरी बाजार जाने वाली सड़क पर नगर निगम की दुकानें चिह्नित की गई हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। असुरन चौराहे पर प्रतिदिन लगने वाले जाम से छुटकारा दिलाने के लिए वहां पर बनी दुकानें हटाई जाएंगी। अधिकारियों ने इस संबंध में निर्णय ले लिया है। सर्वे में पाया गया कि चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के लिए 50 दुकानें तोड़ी जाएंगी, जिसमें रेलवे की 31 और नगर निगम की 19 दुकानें चिह्नित की गई हैं। दुकानों को तोडऩे के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) ने नगर निगम और पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन को प्रस्ताव भेजा है। मंथन जारी है।
चौराहे से पूर्व दिशा में मोहद्दीपुर जाने वाली सड़क की दोनों पटरियों पर रेलवे की 25 दुकानें हैं। दक्षिण की तरफ धर्मशाला जाने वाली सड़क पर भी 6 दुकानें हैं। इसके अलावा पश्चिम और उत्तर दिशा की तरफ पादरी बाजार जाने वाली सड़क पर नगर निगम की दुकानें चिह्नित की गई हैं। जानकारों का कहना है कि इन दुकानों के हट जाने से चौराहा चौड़ा हो जाएगा। आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा। चौराहे के बीच स्थापित लोक नायक जय प्रकाश नारायण की मूर्ति के चारों तरफ गोलंबर बनाने की योजना है। फव्वारे और फूल चौराहे की शोभा बढ़ाएंगे।
रेलवे प्रशासन से मिले दुकानों के आवंटी
रेलवे और निगम की दुकानों के आवंटी परेशान हैं। रेलवे की दुकानों के आवंटी संबंधित अधिकारियों और इंजीनियरों से मिले और अपनी समस्याएं रखीं। आवंटियों का कहना है कि वे वर्षों से दुकान चला रहे हैं। परिवार के भरण-पोषण का यही एकमात्र जरिया है। दुकानें टूटने के बाद वे सड़क पर आ जाएंगे, लेकिन रेलवे की तरफ से उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।
उल्लेखनीय है कि असुरन चौराहे पर अक्सर जाम की नौबत आ जाती है। चौराहे की ऐसी बनावट है कि जाम लगना स्वाभाविक है। ऐसे में उसका चौड़ीकरण करना जरूरी है। जब तक उसका चौड़ीकरण नहीं होगा, स्थिति लाइलाज ही बनी रहेगी। इस पर अधिकारियों ने काफी मंथन किया। विशेषज्ञों से राय ली गई। नतीजा यह निकला कि जब तक चौराहे की दुकानें हटाई नहीं जाएंगी, तब तक सड़क चौड़़ीकरण का कार्य नहीं हो सकता है।