गोरखपुर में इंटरनेट ने रोकी यातायात व्यवस्था की रफ्तार Gorakhpur News
गोरखपुर के चौराहों पर अत्याधुनिक तरीके से यातायात व्यवस्था का संचालन करने की योजना इंटरनेट के जाल मे उलझकर रह गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर के व्यस्ततम और महत्वपूर्ण चौराहों पर अत्याधुनिक तरीके से यातायात व्यवस्था का संचालन करने की योजना इंटरनेट के जाल मे उलझकर रह गई है। आठ चौराहों पर इसे संचालित करने की योजना बनाई गई है। दो चौराहों पर 16 जनवरी से प्रयोग के तौर पर इसे लागू किया जाना था, लेकिन इसके लिए जरूरी इंटरनेट कनेक्शन न मिल पाने की वजह से यह व्यवस्था फिलहाल धरातल पर नहीं उतर पा रही है।
स्वत: ही कट जाएगा चालान
इस योजना के तहत जिन आठ चौराहों को चिह्नित किया गया है, वहां आरएलवीडी (रेड लाइट वायलेशल डिटेक्शन) सिस्टम लगाया गया है। इन चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी तैनात नहीं होंगे। लाल बत्ती जलने के बाद भी चौराहा क्रास करने पर आरएलवीडी सिस्टम से वाहन का आटोमेटिक ई चालान हो जाएगा। बिना हेलमेट लगाए ही दो पहिया वाहन से चौराहा पार करने भी स्वत: ही ई-चलान कट जाएगा और इसकी सूचना वाहन स्वामी के मोबाइल फोन पर पहुंच जाएगी। प्रयोग के तौर मोहद्दीपुर और विजय चौराहे पर 16 जनवरी से इस योजना को लागू किया जाना था।
12 करोड़ रुपये आवंटित कर चुकी है सरकार
दरअसल, आरएलवीडी सिस्टम को संचालित करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन जरूरी है। इंटरनेट कनेक्शन लेने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। अभी तक नेट कनेक्शन मिल पाने की वजह से सारी तैयारी के बाद भी नई व्यवस्था अस्तित्व में नहीं आ पा रही है। चिह्नित किए गए चौराहों पर यह सिस्टम लगाने के लिए राज्य सरकार ने पहले ही 12 करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर रखा है।
इन चौराहों पर लगेगा सिस्टम
गोलघर चौराहा, कचहरी चौराहा, रुस्तमपुर चौराहा, विजय चौराहा, देवरिया बाईपास तिराहा, पैडलेगंज चौराहा, मोहद्दीपुर चौराहा और गोलघर काली मंदिर तिराहे पर यह सिस्टम लगाया जाना है।
नया सिस्टम चलाने के लिए इंटरनेट कनेक्शन आवश्यक है। अभी तक नेट कनेक्शन न मिल पाने से यह व्यवस्था लागू नहीं हो पा रही है। कनेक्शन मिलते ही विजय चौराहा और मोहद्दीपुर चौराहे पर इसका प्रयोग शुरू कर दिया जाएगा। - आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी यातायात