जानें-बड़े उद्यमियों ने पूर्वांचल के विकास के लिए क्या खाका तैयार किया Gorakhpur News
उद्यमियों के बीच हुए मंथन के बाद इस बात पर सहमति बनी कि पूर्वांचल के विकास के लिए जरूरी है क्षेत्र की जरूरत को समझकर उद्योगों की स्थापना की जाए।
गोरखपुर, जेएनएन। गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) एवं फिक्की की ओर से एनेक्सी भवन में आयोजित उद्यमी सम्मेलन में उपस्थित उद्यमियों ने पूर्वांचल के विकास की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उद्यमियों के बीच हुए मंथन के बाद इस बात पर सहमति बनी कि पूर्वांचल के विकास के लिए जरूरी है क्षेत्र की जरूरत को समझकर उद्योगों की स्थापना की जाए। शासन के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद अधिकारियों ने सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
डिफेंस इंडस्ट्रीज के लिए महत्वपूर्ण है उत्तर प्रदेश
फिक्की के परिषद सदस्य एवं एमकेयू के सीएमडी मनोज गुप्ता ने उत्तर प्रदेश को डिफेंस इंडस्ट्रीज के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बबीना में फायरिंग रेंज की जरूरत बताई। पूर्वांचल में भी डिफेंस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने की जरूरत बताई।
फूड प्रोसेसिंग पार्क व टेक्सटाइल पार्क के स्थापना की जरूरत
चैंबर आफ इंडस्ट्रीज की ओर से बात रखते हुए अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजीतसरिया ने कहा कि पूर्वांचल कृषि प्रधान एवं बुनकर बाहुल्य क्षेत्र है। इसलिए यहां कृषि पर आधारित फूड प्रोसेसिंग पार्क एवं टेक्सटाइल्स पार्क की स्थापना की जरूरत है। चैंबर आफ इंडस्ट्रीज की ओर से औद्योगिक विकास के लिए उचित मूल्य पर भूमि व विद्युत की उपलब्धता की जरूरत बताई गई। उन्होंने कहा कि गीडा की स्थापना में चैंबर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, प्रारंभिक बोर्ड बैठकों में इसके प्रतिनिधि होते थे, पुरानी व्यवस्था बहाल होनी चाहिए। शासन की ओर से एक उद्यमी को तीन साल के लिए गीडा बोर्ड में नामित करना चाहिए। प्रदूषण, विद्युत, वाणिज्यकर, अग्निशमन एवं अन्य उद्योग संबंधी विभागों के लिए समयबद्ध समाधान योजना लागू करने की जरूरत उद्यमियों ने बताई। सीए ध्रुव सेठी ने कारपोरेट टैक्स के बारे में जानकारी दी।
दो वर्ष में पूरी हो जाएगा पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस वे
आयुक्त उद्योग एवं अवस्थापना आलोक टंडन ने कहा कि पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस वे दो साल में पूरा हो जाएगा। 91 किमी लंबी इस परियोजना पर 5800 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। दोनों ओर औद्योगिक गलियारा विकसित किया जाएगा। 30 नवंबर 1989 को गीडा की स्थापना हुई थी। 3500 भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। 469 इकाईयों की स्थापना हो चुकी है। यूपी इंवेस्टर्स मीट में गीडा के लिए 7500 करोड़ के निवेश की बात आई थी, जिसमें से 500 करोड़ का निवेश लगभग हो चुका है। चार इकाईयां स्थापित हो चुकी हैं, अन्य से बात चल रही है। उद्यमियों की सुविधा के लिए गीडा में विकास कार्य कराए जा रहे हैं।
समस्याओं के समाधान का प्रयास जारी
प्रमुख सचिव औद्योगिक एवं अवस्थापना आलोक कुमार ने कहा कि निवेशकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गीडा में निवेश मित्र पोर्टल के लिए आनलाइन हेल्प डेस्क बनाने का सुझाव दिया गया है। कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के लिए गीडा बोर्ड ने 17 करोड़ रुपये की सहमति दे दी है। शासन से 20 करोड़ की सहमति मिलने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसे नमामि गंगे में इसे शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है।
गोरखपुर में चार हजार करोड़ का हुआ निवेश
मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने कहा कि पिछले करीब ढाई सालों में गोरखपुर के लिए 2300 योजनाएं स्वीकृत हैं। 4000 करोड़ का निवेश किया गया है। इस दौरान उद्योगपति चंद्रप्रकाश अग्रवाल, चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल, उपाध्यक्ष आरएन सिंह, महामंत्री प्रवीण मोदी, दवा व्यापारी आलोक चौरसिया, योगेंद्र दुबे आदि उपस्थित रहे।
सम्मानित हुए चार उद्यमी
उद्यमी सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिक्की के काउंसिल मेंबर मनोज गुप्ता, विष्णु अजीतसरिया, आइजीएल के बिजनेस हेड एसके शुक्ला, सीए ध्रुव सेठ को सम्मानित किया।
परस्पर सामंजस्य जरूरी
उद्योगपति चंद्र प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि सरकार, उद्यमी व अधिकारियों के बीच परस्पर सामंजस्य होना चाहिए। गैलेंट समूह की एक हजार करोड़ की योजना पाइपालइन में है। निर्णय के अभाव में यह लटकी है। निवेश से जुड़े मामलों में निर्णय जल्दी लेने होंगे।
ढाई साल पहले नहीं होती थी सुनवाई
फिक्की परिषद के सदस्य मनोज गुप्ता का कहना था कि यह सरकार आने से पहले तक उद्योगों को लेकर कोई सुनवाई नहीं हाेती थी। अब शानदार वातावरण बना है। इस क्षेत्र में डिफेंस इंडस्ट्री की जरूरत है। ओडीओपी एक साल पहले शुरू हुआ, उसका फायदा नजर आ रहा है।
आर्गेनिक खेती ही देश का भविष्य
आइजीएल के बिजनेस हेड एसके शुक्ला का कहना था कि आर्गेनिक खेती इस देश का भविष्य है। इस क्षेत्र में इसकी पर्याप्त संभावनाएं हैं। हम अच्छे से अच्छा विपणन कर सकते हैं। उद्योगों को रेल नेटवर्क से जोडऩा होगा।
एक जिला एक उत्पाद योजना से काफी फायदा
गौरव श्रीवास्तव का कहना था कि एक जिला एक उत्पाद योजना से काफी फायदा हो रहा है। अमेजन पर ढाई करोड़ से ऊपर का कारोबार है। इन्हें अन्य आनलाइन ई कामर्स कंपनियों पर लाने की बात चल रही है।
सम्मेलन काफी महत्वपूर्ण
चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना था कि यह उद्यमी सम्मेलन पूर्वांचल में उद्योगों के विकास के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण रहा। निश्चित ही उद्यमियों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण होगा।