गोरखपुर में विधायक के करीबी बदमाश ने साथियों संग की थी अमृतसर के व्यापारी से लूट Gorakhpur News
गोरखपुर में सराफा कारोबारी सुरेंद्र सिंह से 45 लाख रुपये के गहने लूटने वाले तीन बदमाशों को क्राइम ब्रांच व पुलिस ने गोरखपुर में मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। अमृतसर के विधायक का करीबी सराफा कारोबारी पंजाब पुलिस के भगौड़े सिपाही ने वारदात को अंजाम दिया था।
गोरखपुर, जेएनएन। अमृतसर के रहने वाले सराफा कारोबारी सुरेंद्र सिंह से 45 लाख के गहने लूटने वाले तीन बदमाशों को क्राइम ब्रांच व राजघाट थाने की पुलिस ने साेमवार की सुबह हार्बर्ट बांध के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। अमृतसर के विधायक का करीबी सराफा कारोबारी, पंजाब पुलिस के भगौड़े सिपाही व संतकबीरनगर जिले के रहने वाले युवक ने वारदात को अंजाम दिया था। उनके कब्जे से 500 ग्राम सोना, लूटे गए गहने बेचकर खरीदी गई कार, 1.20 लाख नकद, घटना में इस्तेमाल लाइसेंसी पिस्टल, 32 बोर की अवैध पिस्टल,छह कारतूस और घटना में इस्तेमाल स्कूटी बरामद हुई।बदमाशों को शरण देने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई करेगी।
अमृतसर, गुरुदासपुर व संतकबीरनगर जिले के रहने वाले हैं बदमाश
गोरखपुर के एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि अमृतसर दक्षिणी के सुल्तानसिंह रोड पर स्थित मंदिर वाला बाजार की गली नंबर चार में रहने वाले सुरेंद्र सिंह सराफा कारोबारी हैं। पिछले 10 साल से गोरखपुर और आसपास के रहने वाले सर्राफ की दुकानों पर जाकर गहने बेचते हैं। दो मार्च 2021 की रात में आठ बजे सुरेंद्र सिंह संतकबीरनगर जिले से गहने बेचकर लौट रहे थे। पांडेयहाता में स्कूटी सवार दो बदमाशों ने पिस्टल सटाकर बैग छीन लिया जिसमें 1.4 किलोग्राम गहने थे। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट का केस दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही थी।
सर्विलांस से पुलिस ने बदमाशों को दबोचा
सर्विलांस व सीसी कैमरे की फुटेज से पता चला कि अमृतसर, न्यू अंतर्यामी कालोनी के रहने वाले सरदार संतोख सिंह उर्फ हीरा व पंजाब पुलिस के बर्खास्त सिपाही गुरुदासपुर, जेल रोड पुरलिया के राम कालोनी निवासी प्रदीप कुमार व संतकबीरनगर, धनघटा के खाजो निवासी राजू शर्मा उर्फ राजकुमार ने वारदात को अंजाम दिया है। छानबीन करने पर पता चला कि अमृतसर के एक विधायक का करीबी सरदार संतोख सिंह अपनी कालोनी का प्रधान और सराफा कारोबारी है।पिछले 25 साल से गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर जिले के सर्राफ को गहने बेचता है। एक माह से वह संतोष के साथ लूट करने की योजना बना रहा था। जिसे अंजाम देने के लिए 26 फरवरी को अपने साथी प्रदीप को गुरुदासपुर से गोरखपुर बुलाया था। किसी को संदेह न इसलिए उसे होटल में ठहराया था। संतोख सिंह खुद सराफा भवन में रुका था।वारदात को अंजाम देने के बाद प्रदीप के साथ अमृतसर निकल गया।एसएसपी ने कहा कि आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर व एनएसए की कार्रवाई होगी।
शासन से मिला एक लाख इनाम
सराफा कारोबारी से 45 लाख रुपये के गहने लूटने वाले पंजाब व संतकबीरनगर जिले के रहने वाले बदमाशों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में शामिल इंस्पेक्टर, दारोगा व सिपाहियों को शासन से एक लाख रुपये इनाम मिला है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने सोमवार को इसकी घोषणा की।इसके अलावा पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र भी मिलेगा।
लाइसेंसी असलहे से की थी लूट
संतोख सिंह उर्फ हीरा ने सराफा कारोबारी को लाइसेंसी पिस्टल दिखाकर बैग छीना था। एसएसपी ने बताया कि पंजाब से जारी हुए लाइसेंस को उत्तर प्रदेश में ले आने की अनुमति है या नहीं पुलिस इसकी जांच रही है।पूछताछ में संतोख कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
सुबह साथ में खाई थी पूड़ी, रात में की वारदात
संतोख सिंह कई दिनों से सुरेंद्र की गतिविधि पर नजर रख रहा था।दो मार्च की सुबह राजघाट में बंधू सिंह पार्क के पास स्थित दुकान पर संतोख और प्रदीप ने सुरेंद्र के साथ पूड़ी व सब्जी खाई थी। सीसी फुटेज की जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली।जिसके बाद पुलिस ने इन लोगों की मानीटरिंग शुरू कर दी।
राजू की थी स्कूटी, लूट के बाद उसके मामा के घर रुके थे
घटना में इस्तेमाल हुई स्कूटी राजू की है। वारदात को अंजाम देने के बाद संतोख और प्रदीप के साथ स्कूटी से वह संतकबीरनगर जिले के बभनौली में रहने वाले अपने मामा पप्पू शर्मा के घर चला गया और रात में वहीं रुका। अगले दिन सुबह राजू को उसके हिस्से के 1.50 लाख रुपये देकर बस से लखनऊ निकल गए। वहां से दिल्ली, चंड़ीगढ़ होते हुए अमृतसर पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि बदमाशों को शरण देने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी। जिसमें गोरखपुर के भी कई लोग हैं जो संतोख के संपर्क में थे।
गहने बेचकर खरीदी कार
सराफा कारोबारी से गहने लूटने वाले संतोख सिंह की अमृतसर में हर्ष ज्वेलर के नाम से दुकान है। लूटे गए गहने का आधा हिस्सा बेचकर उसने 10 लाख रुपये में नई कार खरीदी थी। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। लूट के गहने खरीदने वाले लोगों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी।
पर्दाफाश से संतुष्ट हूं, पुलिस बरामद करे पूरे गहने
बदमाशों के पकड़े जाने और घटना का पर्दाफाश होने पर प्रसन्नता जताते हुए सुरेंद्र ने पुलिस का आभार जताया। एसएसपी जोगेंद्र कुमार से उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट हूं, लेकिन पूरे गहने बरामद कराइए। अभी आधा ही मिला है।
प्रदीप पर है बहन-बहनोई को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस
पंजाब पुलिस के बर्खास्त सिपाही प्रदीप पर तीन केस दर्ज हैं। जिसमें रुपये के लिए बहन और बहनोई को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस भी शामिल है। 2011 में वह जेल गया था। गुरुदासपुर पुलिस उससे पूछताछ करने गोरखपुर आएगी।