गोरखपुर में पुलिस लाइन के आवासों पर अवैध कब्जा, तबादले के बाद भी 160 आवास खाली नहीं कर रहे पुलिसकर्मी
गोरखपुर पुलिस लाइन के आवासों पर 10 साल से कई पुलिसकर्मियों का अवैध कब्जा है। इनका तबादला दूसरे जिलों में होने के बाद भी इनका परिवार पुलिस लाइन के आवास में ही रह रहे हैं। ऐसे में एसएसपी वेतन से वसूली के लिए पोस्टिंग वाले जिलों में पत्र लिखेंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर पुलिस लाइन के 160 आवासों पर पुलिसकर्मियों का अवैध कब्जा है। इसी बीच सख्ती के बाद भी पुलिसकर्मी आवास खाली नहीं कर रहे हैं। कब्जा करने वाले कुछ पुलिसकर्मी मोहलत मांगने पुलिस कार्यालय पहुंच गए। जिसपर एसएसपी सख्त हो गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि तत्काल आवास खाली कर दें। नहीं तो वेतन से कटौती होगी।
पुलिस लाइन व परेड ग्राउंड में स्थित 160 आवासों पर पिछले 10 साल से कई पुलिसकर्मी अवैध रूप से कब्जा जमाए हुए हैं। दूसरे जिले में तबादला होने के बाद भी उनका परिवार यहीं रहता है। पिछले चार माह में आवास खाली करने के लिए कई बार नोटिस भी दिया जा चुका है। लेकिन फिर भी ये खाली नहीं कर रहे हैं और तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। एसपी लाइन राहुल भाटी अभियान चलाकर आवासों को खाली करा रहे हैं।
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि जिन पुलिसकर्मियों का जिले से बाहर तबादला हो चुका है उनसे आवास खाली कराया जाएगा। एक सप्ताह में 30 आवास को खाली कराया जा चुका है। उम्मीद है कि एक सप्ताह में सभी आवास खाली करा लिए जाएंगे।
थानों के आवास पर भी है अवैध कब्जा: पुलिस लाइन की तरह थानों के सरकारी आवास पर भी पुलिसकर्मियों ने अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। पुलिस लाइन के बाद थानों के सरकारी आवास को खाली कराया जाएगा। जिले के 28 थानों के 280 आवासों पर ऐसे पुलिसकर्मियों का कब्जा है जिनका तबादला दूसरे जिले में हो चुका है।
गोंडा में पोस्टिंग रहते हैं गोरखपुर: एसएसपी से मिलने पहुंचे एक मुख्य आरक्षी की पोस्टिंग गोंडा जिले में है। उसने प्रार्थना पत्र देकर आवास खाली करने के लिए तीन माह की मोहलत मांगी। पहले तो एसएसपी एक माह की मोहलत दे दी। लेकिन वे बार बार समस्या बताकर तीन माह की मोहलत देने को कहने लगे। जिसके बाद एसएसपी ने फटकार लगाते हुए आवास खाली करने को कहा।