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कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की याद में स्‍थापित कोविड समृद्ध वन में पौधों की जगह दिख रही जलकुंभी

वन विभाग पौधारोपण को लेकर अब तक गंभीर नहीं हो पाया है। हालत यह है कि पौधारोपण के बाद पौधे किस हालत में हैं इसकी सुधि तक नहीं ली गई। कहीं जलभराव के कारण तो कहीं देखरेख के अभाव में पौधे नष्ट हो गए।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 05:50 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 05:50 PM (IST)
कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की याद में स्‍थापित कोविड समृद्ध वन में पौधों की जगह दिख रही जलकुंभी
कोविड समृद्ध वन में पौधों की जगह दिख रही जलकुंभी। जागरण

गोरखपुर, संजय विश्वकर्मा। वन विभाग पौधारोपण को लेकर अब तक गंभीर नहीं हो पाया है। हालत यह है कि पौधारोपण के बाद पौधे किस हालत में हैं इसकी सुधि तक नहीं ली गई। कहीं जलभराव के कारण तो कहीं देखरेख के अभाव में पौधे नष्ट हो गए। सबसे खराब स्थिति तो कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले लोगों की याद में स्थापित कोविड समृद्ध वन की है। वन में पौधों की जगह अधिकांश स्थानों पर जलकुंभी नजर आ रही है।

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50 हजार वर्ग फिट में स्‍थापित है कोविड समृद्धि वन

वन विभाग की ओर से चालू वित्तीय वर्ष में 32.77 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन विभाग ने कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले व्यक्तियों की याद में गनेशपुर-धोबहिया मार्ग पर 50 हजार वर्ग मीटर में कोविड समृद्ध वन की स्थापना की थी। इसमें पौधारोपण की शुरुआत अपर मुख्य सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीना, डीएम सौम्या अग्रवाल, एसपी आशीष श्रीवास्तव, सीडीओ डा.राजेश कुमार प्रजापति, डीएफओ नवीन कुमार शाक्य और सदर विधायक दयाराम चौधरी ने पौधारोपण किया था।

कोरोना से जान गंवाने वालों के स्‍वजन ने लगाए थे पौधे

इसके अलावा समृद्ध वन में काेराेना से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारीजनों के साथ ही कोरोना योद्धाओं ने पौधे लगाए थे। औषधीय और प्रचुर मात्रा में आक्सीजन देने वाले पौधों को कोविड समृद्ध वन में लगाया गया था। इसके बाद वन विभाग ने पौधों की सुधि नहीं ली। वहां इधर उधर पौधों को बिना लगाए ही फेंक दिया गया।

कुआनों की बाढ में डूबे पौधे

इसके बाद कुआनो नदी के पानी में सभी पौधे डूब गए। एक माह तक पानी जमा होने के कारण सारे पौधे नष्ट हो गए। अब पौधों की बजाए वहा जलकुंभी नजर आ रहा है। क्षेत्रीय वन अधिकारी सदर विनोद कुमार नायक ने बताया कि कोविड समृद्ध वन में कुआनो नदी से बहकर जलकुंभी आ गई थी। पौधे भी नष्ट हो गए थे। जलकुंभी हटवाकर फिर से पौधे लगवाए जा रहे हैं।

अतिवृष्टि के कारण पौधों को पहुंचा नुकसान 

बस्ती वृत्त के वन संरक्षक आनंद प्रकाश पाठक बताते हैं कि इस बार अतिवृष्टि के कारण पौधों को नुकसान पहुंचा है। कोविड समृद्ध वन का हाल देखने के लिए डीएफओ को मौके पर भेजा जाएगा। इसके बाद वह खुद वहां का निरीक्षण करेंगे। वहां पौधारोपण में लापरवाही मिली तो जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।


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