ठंडे पानी के साथ कूलर जैसी हवा देगा ये हाईटेक मटका, बिजली कटने पर मोबाइल भी चार्ज करेगा
मटके का पानी पीना काफी फायदेमंद होता है। ऐसे में इसका महत्व बढ़ाने के लिए आइटीएम गीडा के विद्यार्थियों ने मिलकर नवाचार किया है। इन्होंने एक ऐसे हाईटेक मटके का निर्माण किया है जिससे ठंडा पानी तो मिलेगा ही कूलर जैसी हवा भी मिलेगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। आइटीएम गीडा के सात विद्यार्थियों ने मिलकर डिजिटल सोलर मटका तैयार किया है। यह हाईटेक मटका ठंडे के पानी के साथ ही कूलर जैसी हवा भी देगा। बिजली कटने पर यह आपका मोबाइल फोन भी चार्ज कर देगा।
स्वास्थ्य के लिहाज से काफी फायदेमंद है मटके का पानी
बदलते परिवेश में हर घर में फ्रीज उपलब्ध होने के कारण मटके के लेकर लोगों में रुचि घटती जा रही है। स्वास्थ्य के लिहाज से मटके पानी काफी फायदेमंद होता है। इसके महत्व को और बढ़ाने के लिए सभी छात्रों ने मिलकर यह नवाचार किया है। विद्यार्थियों ने बताया कि इसे बनाने में दो सप्ताह का समय लगा। मटके को हाईटेक बनाने में सात सौ रुपये का खर्च आया है। इसको बनाने के लिए
डिजिटल मटका बनाने में इन सामानों का हुआ इस्तेमाल
सामान्य मटका, पांच इंच का कूलिंग फैन, पांच वोल्ट की सोलर प्लेट और दस हजार एमएच की बैटरी का उपयोग किया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
आइटीएम के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि हमारे कालेज में नवाचार सेल है, जिसमें हमारे यहां के विद्यार्थी अपने नए-नए आइडिया पर शोध करते हैं। जो मटका बनाते हैं, वह इस नवीन तकनीक की मदद से अपने रोजगार को आगे बढ़ा सकेंगे।
पालिटेक्निक प्रथम वर्ष के हैं नवाचार करने वाले विद्यार्थी
नवाचार करने वाले सभी विद्यार्थी आइटीएम गीडा के पालिटेक्निक प्रथम वर्ष के विद्यार्थी हैं। इसमें अनन्या पटेल, अल्पेश चौधरी, मो. आलम, सत्येंद्र यादव, अर्थव तिवारी, विनय शर्मा तथा नेहा गुप्ता शामिल हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि मटके को हाईटेक करके बेचने पर कुम्हारों का रोजगार भी बढ़ेगा। जो लोग अभी तक मटके से दूर भाग रहे थे वह एक बार फिर उसकी तरफ आकर्षित होंगे।
ऐसे काम करता है सोलर मटका
विद्यार्थियों ने बताया कि स्मार्ट थ्री इन वन सोलर मटके की बाहरी सतह पर पांच इंच का डीसी पांच वोल्ट कूलिंग फैन लगा है जो बहुत ही कम बिजली खर्च कर चलता है। ऐसा इसलिए किया गया है कि किसी भी मटके के अंदर पानी भरने पर उसके चारों तरफ नमी बनी रहती है। इसी नमी को कूलिंग फैन अपनी तरफ खींच कर ठंडी हवा में तब्दील करता है। इसमें पानी की भी बचत होती है। मटका में रखा पानी आप पीते रहते हैं और उससे ठंडी हवा भी मिलती है। डिजिटल सोलर कूलिंग मटका धूप में सूर्य की रोशनी से भी चार्ज होता है। तीन घंटे चार्ज होने के बाद दो से तीन घंटे तक बिना बिजली के भी चलता है।