हरियाली रथ से घर तक पौधा पहुंचाएंगे हरियाली बाबा
:प्रकृति प्रेमी किसान पलटन यादव ने एक मौजू मुहिम छेड़ रखी है।
डॉ. राकेश राय, गोरखपुर :
प्रकृति प्रेमी किसान पलटन यादव ने एक मौजू मुहिम छेड़ रखी है। लोगों में पौधा बांटकर पर्यावरण संरक्षण में सबका योगदान सुनिश्चित करने की। अपनी इस मुहिम के तहत एक लाख से अधिक पौधा बांट चुके पलटन अब पौधों को घर-घर पहुंचाने का बीड़ा उठा चुके हैं। पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपनी जिद के चलते हरियाली बाबा के नाम से मशहूर हो चुके पलटन अब हरियाली रथ निकालने जा रहे हैं। इसके पीछे उनकी मंशा हर घर में हरियाली फैलाने की है। बकौल हरियाली बाबा उनकी यह मुहिम तब तक जारी रहेगी, जब तक हर घर में कम से कम एक पौधे का रोपण नहीं हो जाता। यह हरियाली रथ घर-घर केवल पौधे ही नहीं पहुंचाएगा बल्कि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी करेगा।
रीजनल स्टेडियम के पास नर्सरी चलाने वाले कुशीनगर जिले के भलुही मदारी पट्टी निवासी 72 वर्षीय हरियाली बाबा की हरियाली यात्रा 30 साल पहले लखनऊ से तब शुरू हुई जब वहां विकास के नाम पर पेड़ों को काटा जा रहा था। पेड़ काटने को रोकने में खुद को अक्षम पाकर बाबा ने पौधे लगवाकर उसकी भरपाई करने का कार्य शुरू कर दिया। उनका यह कार्य मुहिम में कब बदल गया पता ही नहीं चला। वर्तमान स्थिति यह है कि वह अब तक एक लाख से अधिक पौधे लोगों के बीच मुफ्त बांट चुके हैं। हरियाली रथ के बारे में पलटन ने बताया कि यह रथ शहर में घूम-घूम कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक तो करेगा ही, घर-घर पौधा पहुंचाने का कार्य भी करेगा। इसके लिए इच्छुक व्यक्ति को केवल एक बार रथ तक आकर पंजीकरण कराना होगा। पंजीकृत व्यक्ति के घर मांग के अनुरूप पौधा मुहैया कराया जाएगा।
-----
रथ से मिलेंगे हर तरह के पौधे
पलटन यादव ने बताया कि इसके लिए उन्होंने हर तरह के पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की तैयारी की है। लोगों को फलदार, फूलदार, शोभाकार, खुशबूदार पौधों के अलावा छाया देने वाले और हर्बल पौधे इस रथ के माध्यम से मिल सकेंगे। खास बात यह है कि यह पौधे गमले के साथ उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान का लक्ष्य हर घर के वातावरण को शुद्ध करना है।
------
तुलसी में बसता है हरियाली बाबा के प्राण
हरियाली बाबा को तुलसी से विशेष प्रेम है। यही वजह है कि पौधा बांटने की मुहिम उन्होंने इसी पौधे से शुरू की थी। तुलसी की चर्चा छिड़ते ही वह उसका औषधीय और पर्यावरण संरक्षण का गुण बताना नहंीं भूलते। साथ ही सभी को यह सीख देते हैं कि हर व्यक्ति अपने घर में कम से दो तुलसी का पौधा जरूर लगाए। तुलसी प्रेम और इसे लेकर जागरूकता अभियान चलाने के लिए पलटन पूर्व राज्यपाल विष्णुकांत शास्त्री से सम्मानित भी हो चुके हैं।