रेलकर्मियों को बड़ी राहत, अब देश में कहीं भी करा सकेंगे उपचार
रेल कर्मचारी देश के किसी भी जोन में पडऩे वाले निर्धारित अस्पताल में बिना रोकटोक के अपना उपचार करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें कोई औपचारिकता नहीं निभानी पड़ेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। रेल कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। अब वे देश के किसी भी जोन में पडऩे वाले निर्धारित अस्पताल में बिना रोकटोक के अपना उपचार करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें कोई औपचारिकता नहीं निभानी पड़ेगी। इस सुविधा के लिए रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेलवे के समस्त कर्मचारियों का एक समान परिचय पत्र तैयार करने का निर्णय लिया है।
इस नई चिकित्सा सुविधा का लाभ सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारी और उनके परिजन उठा सकेंगे। इसके लिए कर्मचारियों का 12 अंकों का परिचय पत्र जारी किया जाएगा। सेवारत कर्मचारी का परिचय पत्र नीले रंग की धारी में होगा। उनके परिजनों के लिए नीला और पीला रंग की धारी में बनेगा। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के परिजनों का परिचय पत्र हरा और उनके परिजनों का हरा और पीला धारी में होगा। दरअसल, दूसरे जोन में जाने पर रेलकर्मियों का रेलवे के अस्पतालों में इलाज नहीं हो पाता। नियमानुसार औपचारिकताओं को पूरा करने में ही कर्मचारियों का पसीना छूट जाता है। औपचारिकता के डर से रेलकर्मी अपना इलाज प्राइवेट में ही करा लेते हैं।
दक्षिण मध्य रेलवे को बनाया गया नोडल एजेंसी
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय और प्रवक्ता एके सिंह के अनुसार यह सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे बोर्ड ने दक्षिण मध्य रेलवे को नोडल एजेंसी बनाया है। अन्य जोनल रेलवे खुद परिचय पत्र तैयार कर सकते हैं या दक्षिण मध्य रेलवे से मंगा सकते हैं। इस परिचय पत्र की निगरानी सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) करेगा। संघ ने पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन से इस सुविधा को यथाशीघ्र लागू करने की मांग की है।