नई शिक्षा नीति के खिलाफ बैठक, बोले वक्ता-गरीबों को वंचित रखने की हो रही साजिश
केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति के खिलाफ अब बैठकें शुरू हो गई हैं। वक्ताओं का कहना है कि इससे गरीब को वंचित करने की साजिश की जा रही है।
By Edited By: Published: Sun, 02 Jun 2019 10:06 AM (IST)Updated: Sun, 02 Jun 2019 10:44 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। सम्राट अशोक आर्मी की हुई एक बैठक में सरकार की नई शिक्षा नीति का विरोध किया गया। साथ ही कहा गया कि नई शिक्षा नीति से आम आदमी को शिक्षा से वंचित रखने की साजिश की जा रही है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े तमाम लोग उपस्थित रहे। बैठक में नई शिक्षा नीति 2019 के प्रावधानों पर लोगो ने अपना विचार रखा।
बैठक को संबोधित करते हुए सम्राट अशोक आर्मी के राष्ट्रीय संयोजक संजय कुशवाहा ने कहा कि सरकार द्वारा लाई जा रही नई शिक्षा नीति में कुछ ऐसी व्यवस्था की गई है जिससे इस देश के 70 फीसद आबादी बुरी तरह प्रभावित होगी। इसमें गरीब, दलित व पिछड़े शामिल हैं। उनके बच्चों को उच्च शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, प्रौद्योगिकी शिक्षा और प्रोफेशनल शिक्षा से वंचित रखने की एक साजिश है।
पंचायत प्रतिनिधि महासंघ के डा. चतुरानन ओझा ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2019 का पूरा प्रावधान निजी शिक्षा को बढ़ावा देने वाला है। दोहरी शिक्षा में किसी भी तरह की बेहतर संभावना नहीं तलाशी जा सकती। डा.आलोक पांडेय ने कहा कि निजी शिक्षा संस्थान की परिकल्पना ही देश के गरीब नागरिकों के साथ बेमानी है। अनिल शर्मा ने कहा कि महंगी होती जा रही शिक्षा इस देश के गरीब दलित व पिछड़े समाज के लिए अभिशाप है।
सुजीत वर्मा ने कहा कि सरकार निजी शिक्षण संस्थाओं का अधिग्रहण कर जब तक सरकारी घोषित नहीं कर देते तब तक इस देश में समानता की बात करना बेमानी होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश राजभर व संचालन दीपांकर ने किया। कार्यक्रम में वासुदेव कुशवाहा, हीरा मद्धेशिया, रमेश चौहान, देव आनंद, लालू प्रसाद, चंद्रिका, उमेश, अमरजीत कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए सम्राट अशोक आर्मी के राष्ट्रीय संयोजक संजय कुशवाहा ने कहा कि सरकार द्वारा लाई जा रही नई शिक्षा नीति में कुछ ऐसी व्यवस्था की गई है जिससे इस देश के 70 फीसद आबादी बुरी तरह प्रभावित होगी। इसमें गरीब, दलित व पिछड़े शामिल हैं। उनके बच्चों को उच्च शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, प्रौद्योगिकी शिक्षा और प्रोफेशनल शिक्षा से वंचित रखने की एक साजिश है।
पंचायत प्रतिनिधि महासंघ के डा. चतुरानन ओझा ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2019 का पूरा प्रावधान निजी शिक्षा को बढ़ावा देने वाला है। दोहरी शिक्षा में किसी भी तरह की बेहतर संभावना नहीं तलाशी जा सकती। डा.आलोक पांडेय ने कहा कि निजी शिक्षा संस्थान की परिकल्पना ही देश के गरीब नागरिकों के साथ बेमानी है। अनिल शर्मा ने कहा कि महंगी होती जा रही शिक्षा इस देश के गरीब दलित व पिछड़े समाज के लिए अभिशाप है।
सुजीत वर्मा ने कहा कि सरकार निजी शिक्षण संस्थाओं का अधिग्रहण कर जब तक सरकारी घोषित नहीं कर देते तब तक इस देश में समानता की बात करना बेमानी होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश राजभर व संचालन दीपांकर ने किया। कार्यक्रम में वासुदेव कुशवाहा, हीरा मद्धेशिया, रमेश चौहान, देव आनंद, लालू प्रसाद, चंद्रिका, उमेश, अमरजीत कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें