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रोज कमाकर खाने वालों को सरकार देगी एक हजार हर माह, स्वयं कर सकते हैं आवेदन Gorakhpur News

सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी जरूरतमंद छूटने न पाए। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। पर यदि किसी के पास तक विभाग के लोग नहीं पहुंचता है तो वह स्वयं भी आवेदन कर सकता है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 03:30 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 03:30 PM (IST)
रोज कमाकर खाने वालों को सरकार देगी एक हजार हर माह, स्वयं कर सकते हैं आवेदन Gorakhpur News
जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना पर नियंत्रण के लिए सरकार की ओर से लगाए गए कोरोना कर्फ्यू में रोज कमाकर खाने वालों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उनकी कठिनाइयों को देखते हुए शासन ने उन्हें एक हजार रुपये प्रतिमाह देने का निर्णय लिया है। इसके तहत नगर क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र अलग-अलग पात्रों की पहचान की जा रही है। आधार कार्ड के साथ उनकी फीडिंग भी की जा रही है।

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सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी जरूरतमंद छूटने न पाए। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। पर, यदि किसी के पास तक विभाग के लोग नहीं पहुंचता है तो वह स्वयं भी भत्ता पाने के लिए ग्राम पंचायत सचिव के पास या ब्लाक पर आवेदन कर सकता है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में एक लाख लोगों को यह लाभ देने का लक्ष्य है।

इस योजना के तहत रेहड़ी, ठेला लगाने वालों, धोबी, मोची, नाई, फैक्ट्रियों में काम करने वाले ऐसे लोग जो बेरोजगार हो चुके हैं, अपंजीकृत दिहाड़ी मजदूर, कुली आदि को इस योजना का लाभ दिया जाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थियों को चिन्हित करने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। फीडिंग के दौरान इस बार केवल आधार नंबर डालना ही पर्याप्त नहीं है। नाम की जो स्पेलिंग आधार कार्ड पर है, ठीक वही स्पेलिंग आनलाइन फीडिंग में भी डालनी है। ऐसे में यदि सूची हिन्दी में आई है तो कई लोगों के नाम की स्पेलिंग नहीं मिल रही है। अब इस कार्य से जुड़े अधिकारी लाभार्थियों का आधार कार्ड मंगा रहे हैं, जिससे कार्ड को देखकर फीडिंग कर ली जाए।

डाटा फीडिंग में गोरखपुर-बस्ती मंडल में अव्वल

लाभार्थियों का डाटा फीड करने में गोरखपुर मंडल में अव्वल है। शाम 6.30 बजे वेबसाइट आठ घंटे के लिए बंद कर दी गई। इस समय तक गोरखपुर में सर्वाधिक 29392 लाभार्थियों की फीडिंग हो चुकी थी। दूसरे स्थान पर महराजगंज रहा, यहां 28869, कुशीनगर में 22470, देवरिया में 15331, सिद्धार्थनगर में 13082, बस्ती में 12268 जबकि संतकबीरनगर में सबसे कम 9870 लोगों का डाटा ही फीड किया जा सका है। इस तरह दोनों मंडल मिलाकर करीब एक लाख 31 हजार से अधिक लोगों का डाटा फीड हो चुका है।

एक दिन में डाटा फीड करने में प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा गोरखपुर

गोरखपुर में करीब 13000 लोगों का डाटा फीड किया गया। प्रदेश में एक दिन में डाटा फीड करने के मामले में यह जिला दूसरे स्थान पर रहा। पहले स्थान पर प्रयागराज है। जिला मुख्यालय पर करीब 250 कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। इसके पहले 28 मई से 30 कर्मचारी इस काम में लगे थे। जिला पंचायत राज अधिकारी मौके पर उपस्थित होकर स्वयं इस काम की निगरानी कर रहे हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर का कहना है कि जिले में अधिक से अधिक लोगों को भरण पोषण भत्ता दिया जाना है। ग्राम पंचायतों को ऐसे लोगों को चिन्हित करने के लिए लगाया गया है। इसके बावजूद यदि कोई छूट जाता है तो वह स्वयं भी सचिव से इस संबंध में बात कर सकता है। सभी जरूरतमंदों को भत्ता मिलेगा।


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