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कच्‍छा-बनियान, बावरिया लुटेरों को लेकर शासन ने जारी किया अलर्ट Gorakhpur News

प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के बाद शासन ने जनजातीय लुटेरों को लेकर अलर्ट जारी किया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 03:40 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 03:40 PM (IST)
कच्‍छा-बनियान, बावरिया लुटेरों को लेकर शासन ने जारी किया अलर्ट Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। प्रयागराज के सरांव इलाके में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के बाद शासन ने जनजातीय लुटेरों को लेकर अलर्ट जारी किया है। डीजीपी ओपी सिंह ने चौकसी बढ़ाने और रात में गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया है। कर साथ ही ऐसे परिवारों को चिह्नित कर उन्हें हल्का दारोगा और सिपाही का मोबाइल नंबर नोट कराने को कहा जिसमें महिलाएं और बुजुर्ग ही हों। ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि महसूस होने पर वे तत्काल पुलिस को सूचित कर सकें। एडीजी दावा शेरपा ने जोन के सभी पुलिस कप्तानों को इस बाबत पत्र लिखा पत्र लिखकर तत्काल इस पर हमला करने का आदेश दिया है।

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डीजीपी ने एडीजी, रेंज आइजी व डीआइजी को लिखा पत्र

प्रयागराज में हुई सामूहिक हत्या के मामले में रिश्तेदारों के ही विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है, लेकिन पुलिस इस घटना के पीछे जनजातीय लुटेरों को हाथ होने की आशंका जता रही है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद डीजीपी ने सभी जोन के एडीजी, रेंज आइजी व डीआइजी तथा पुलिस कप्तानों को सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है। डीजीपी का पत्र मिलने के बाद एडीजी दावा शेरपा ने जोन के सभी पुलिस कप्तानों को रात में 10 बजे से लेकर दूसरे दिन सुबह पांच बजे तक विशेष चौकसी बरतने की हिदायत दी है। खासकर शहर और कस्बों के आसपास नई विकसित हो रही कालोनियों में अतिरिक्त चौकसी बरतने का निर्देश दिया है। साथ ही रात में चलने वाले ढाबों की लगातार चेकिंग कराने और आते-जाते संदिग्ध नजर आने वालों से पूछताछ करने को कहा है।

दीपावली के बाद वारदातों को अंजाम देने की करते हैं शुरुआत

कच्‍छा-बनियान, बावरिया, पांखी, परेवा और कबूतरा आदि जनजातियों को आपराधिक जनजाति के रूप में चिह्नित किया है। दीपावली की रात पूजा करने के बाद वे वारदातों को अंजाम देना शुरू करते हैं। होलिका दहन होने तक घटनाएं करते हैं। जनजातीय लुटेरों का गिरोह खासकर बावरिया लुटेरे बेहद क्रूर होते हैं। लूटपाट करने से पहले घर में मौजूद लोगों के सिर पर डंडे से इतना जबरदस्त प्रहार करते हैं कि अधिकतर की मौत हो जाती है। जो बच जाते हैं, चोट की वजह से बाद में उनकी भी दिमागी हालत बिगड़ जाती है। वारदात से पहले इस गिरोह के लोग रेलवे स्टेशनों के आसपास डेरा बनाकर कर रहते हैं। दिन में खिलौने और प्लास्टिक के फूल बेचने के बहाने बाहरी कॉलोनियों में रेकी करते हैं। लूटपाट करने के बाद तत्काल उस शहर से फरार हो जाते हैं।

गोरखपुर में अंजाम दे चुके हैं वारदात

20 नवम्बर 2000 की रात बावरिया लुटेरों ने खोराबार थाना क्षेत्र शिवाजीनगर कालोनी में राकेश राय के घर धावा बोलकर दो ब'चों सहित आठ लोगों की हत्या कर लूटपाट की थी।

21 अक्टूबर 2001 की रात गोरखनाथ के वृंदावन कालोनी में बावरिया लुटेरों एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या और एक युवक को घायल कर लूटपाट की थी।

अक्टूबर 2010 में इन्हीं लुटेरों ने गुलरिहा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर निवासी संजीव श्रीवास्तव के घर पर धावा बोलकर उन्हें तथा उनकी पत्नी, साली, सास व ससुर को गंभीर रूप से घायल कर लूटपाट की थी।


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