गोरखपुर, जागरण संवाददाता। तेजी से बढ़ रही गर्मी पर मौसम के बदले मिजाज ने विराम लगा दिया है। घने बादलों की मौजूदगी में तेज हवा के साथ हुई हल्की बारिश ने गोरखपुर के अधिकतम तापमान को मात्र 24 घंटे में न केवल 10 डिग्री सेल्सियस गिरा दिया, बल्कि औसत तापमान से नौ डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंचा दिया। ऐसे में गर्मी के बढ़ने की रफ्तार से चिंतित लोगों को काफी राहत मिली। राहत का सिलसिला फिलहाल 21 मार्च तक जारी रहेगा, क्योंकि मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक बादलों के जमे रहने और रुक-रुक कर वर्षा के होते रहने का सिलसिला अभी चार दिन और जारी रह सकता हैं। 20-21 मार्च को तेज हवा के बीच गरज-चमक के साथ 10 से 15 मिलीमीटर बारिश हो सकती है।

पश्चिमी विक्षोभ है बारिश की वजह

मौसम विज्ञानी ने बताया कि बारिश की वजह पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना है। पश्चिमोत्तर के पहाड़ों पर बना एक पश्चिमी विक्षोभ तिब्बत की बढ़ने के क्रम में है तो दूसरा 19 मार्च तक सक्रिय हो रहा है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपरी वायुमंडल में एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जो गोरखपुर और आसपास के जिलों में वर्षा का माहौल बनाने में पश्चिमी विक्षोभ का मददगार साबित हो रहा। यह क्रम अभी तीन से चार दिन जारी रहेगा। वर्षा और बादल दिन का तापमान बढ़ने नहीं देंगे।

तापमान के आंकड़ों की बात करें तो गुरुवार को जो अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, शुक्रवार को वह गिरकर 23.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बादलों ने न्यूनतम तापमान को नहीं गिरने दिया। उसमें तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। गुरुवार का न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस था, जो शुक्रवार को बढ़कर 21.8 डिग्री सेल्सियस हो गया।

वज्रपात से एक परिवार के चार झुलसे

खोराबार के जंगल अयोध्या प्रसाद में वज्रपात से शुक्रवार की भोर में एक ही परिवार के चार लोग झुलस गए। उनमें एक की हालत गंभीर है। खोराबार थाना क्षेत्र के जंगल अयोध्या प्रसाद निवासी रामअचल विश्वकर्मा शुक्रवार की भोर में करीब 5:30 बजे बारिश होने के दौरान बच्चों संजना, सूरज तथा साधना के साथ दरवाजे के सामने बाहर रखे ब्रास बैंड को टीनशेड से ढंक रहे थे। इसी दौरान तेज हवा के साथ गड़गड़ाहट हुई और चारों वज्रपात की चपेट में आकर झुलस गए। घटना की जानकारी ग्राम प्रधान रामाश्रय भारती को हुई तो उन्होंने घायलों को पीएचसी खोराबार पहुंचाया, जहां से संजना, सूरज और रामअचल को घर भेज दिया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल साधना को जिला अस्पताल रेफर किया गया। उसकी हालत नाजुक बनी है। चौरीचौरा के बिलारी गांव के पंडित टोला में वज्रपात से आधा दर्जन घरों के विद्युत उपकरण जल गए।

Edited By: Pragati Chand