Gorakhpur Weather: पछुआ हवाओं से तीन डिग्री लुढ़का अधिकतम तापमान Gorakhpur News
शनिवार सुबह हल्का कुहासा छाया रहा। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने दिन का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 15.4 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने का पूर्वानुमान जताया है। उनका कहना है कि शनिवार सुबह पुरवा हवाएं चलेंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। पिछले पांच दिनों में पछुआ हवाओं के कारण अधिकतम तापमान करीब तीन डिग्री सेल्सियस के करीब लुढ़का है। पांच दिन पूर्व दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री के करीब था, जबकि शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 27.1 डिग्री के करीब रिकार्ड किया गया है। न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस के करीब है।
शनिवार सुबह हल्का कुहासा छाया रहा। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने दिन का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 15.4 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने का पूर्वानुमान जताया है। उनका कहना है कि शनिवार सुबह पुरवा हवाएं चलेंगी। सुबह 10 बजे के बाद पछुआ हवाएं चलेंगी। उन्होंने कहा कि इधर कई दिनों से सुबह पुरवा हवाएं चल रही हैं तो दिन में पछुआ हवाएं चल रही हैं। इनकी गति 5 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। इसके चलते अधिकतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है।
सात दिनों का न्यूनतम तापमान
शनिवार 15.2
रविवार 13.7
सोमवार 13.6
मंगलवार 14.0
बुधवार 15.8
गुरुवार 16.0
शुक्रवार 15.8
नवंबर को औसत तापमान
अधिकतम तापमान- 29.9 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान- 14.9 डिग्री सेल्सियस
औसत वर्षा- 2.2 मिलीमीटर
सात दिनों के वायु शुद्धता सूचकांक का स्तर
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना है कि प्रदूषण बढऩे के कारण लोगों को इस समय वायुमंडलीय परिवर्तन देखने को मिल रहा है। वातावरण में नमी है। सुबह नमी रह रही है। उन्होंने उद्योगों के चालू होने व वाहनों के अधिकाधिक प्रयोग होने से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है।
शनिवार शाम पांच बजे- 153 माइक्रो ग्राम घन मीटर
रविवार शाम पांच बजे- 190 माइक्रो ग्राम घन मीटर
सोमवार शाम पांच बजे - 155 माइक्रो ग्राम घन मीटर
मंगलवार शाम पांच बजे- 147 माइक्रो ग्राम घन मीटर
बुधवार शाम पांच बजे - 152 माइक्रो ग्राम घन मीटर
गुरुवार शाम पांच बजे - 151 माइक्रो ग्राम घन मीटर
शुक्रवार शम पांच बजे- 152 माइक्रो ग्राम घन मीटर
यह स्थिति में बुजुर्ग, बच्चे, हृदय रोगी को सांस लेने में थोड़ी तकलीफ होगी। फेफड़ों के लिए यह हवा शुद्ध नहीं है।
लगातार बढ़ रहा वायु शुद्धता सूचकांक
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक वाहनों के अधिकाधिक प्रयोग के कारण लगातार वायु शुद्धता का सूचकांक बढ़ रहा है। 100 माइक्रो घन मीटर नीचे की हवा फेफड़ों के लिए शुद्ध मानी जाती है। पर्व के चलते बाजार में लोगों की आवाजाही बढ़ी है। ऐसे में लोगों को अधिक से अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।