गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर जिले के देवकली गांव में एक साथ चार लोगों की मौत ने पूरे गांव को दहला दिया। जुआ खेलने की लत के चलते कर्ज से दबे सब्जी विक्रेता ने पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद खुद को भी आग के हवाले कर दिया। घटना से पहले इंद्रबहादुर की पत्नी सुशीला ने ननद और सास से फोन पर बात की थी। उसने बताया था कि इंद्रबहादुर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दे रहा है।
मोबाइल रिचार्ज नहीं किया तो गांव के युवक के फोन से किया कॉल
सुशीला के मोबाइल फोन का रिजार्च खत्म हो गया था। उसने कई बार इंद्रबहादुर से रिजार्च कराने के लिए कहा था, लेकिन रुपये न होने की बात कह वह टाल देता था। विवाद बढ़ने पर शनिवार को सुशीला ने गांव के युवक का मोबाइल फोन लेकर छत्तीसगढ़ के भिलाई में रहने वाली ननद आरती व आंख का उपचार कराने गई सास को इसकी जानकारी दी। शनिवार की शाम को वह फिर दुकान पर चली गई, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया।
ससुराल से भी कर लिया था संबंध खराब
सब्जी विक्रेता इंद्रबहादुर की शादी महराजगंज जिले के शिकारपुर थाना के दरौली गांव निवासी सुशीला से 20 वर्ष पहले हुई थी। जुए की लत के कारण उसने ससुराल से भी संबंध खराब कर लिया था। घटना की जानकारी होने पर पहुंची सुशीला की मां रामपति, भाई विनोद व बहन मांती ने बताया कि सब्जी बेचने के लिए ब्याज पर रुपये लेता था, लेकिन जुए में हार जाता था। आर्थिक साधन न होने से बहन बहुत परेशान रहती थी। विरोध करने पर बहन को मारता-पीटता था। सुशीला का मोबाइल फोन रिजार्च न होने की वजह से एक माह से बात नहीं हो पा रही थी। मांती ने बताया कि दो-तीन दिन पहले गांव के एक व्यक्ति के मोबाइल फोन से बहन ने घर में चल रहे विवाद की जानकारी दी थी।
एक वर्ष पहले हुई थी पिता की मृत्यु
इंद्रबहादुर के पिता श्याम बिहारी मौर्य की एक वर्ष पहले मृत्यु हो गई। चार माह पहले मां सुभावती आंख का आपरेशन कराने भिलाई में रहने वाली बेटी आरती के पास चली गईं। घटना के समय घर में पति-पत्नी व दोनों बच्चे ही थे। घटना की जानकारी होने पर बेटी व दामाद के साथ सुभावती घर लौट रही हैं।
पचास हजार रुपये कर्ज लेकर जुआ में हारने की चर्चा
गांव के लोगों में चर्चा है कि इंद्रबहादुर ने पचास हजार रुपये कर्ज लिया था जिसे जुआ में हार गया। इसके बाद वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था। इसी कारण उसका पत्नी से विवाद होता था।