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इंटरनेट मीडिया से एलुमिनाई तक पहुंचेगा गोरखपुर विश्वविद्यालय Gorakhpur News

गोरखपुर विश्वविद्यालय ने एक बार फिर दुनिया भर में बसे एलुमिनाई को जोडऩे की कवायद शुरू कर दी है। इसे लेकर पिछले प्रयास में विभागों की असफलता से असंतुष्ट विश्वविद्यालय प्रशासन अब एक नया प्रयोग करने जा रहा है। वह विभागों को इंटरनेट मीडिया पर लाने जा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 11:50 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 11:50 AM (IST)
इंटरनेट मीडिया से एलुमिनाई तक पहुंचेगा गोरखपुर विश्वविद्यालय Gorakhpur News
गोरखपुर विश्वविद्यालय दुनिया भर में बसे एलुमिनाई को जोडऩे की कवायद कर रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना का कहर थमते ही सात दशक पुराने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने एक बार फिर दुनिया भर में बसे एलुमिनाई को जोडऩे की कवायद शुरू कर दी है। इसे लेकर पिछले प्रयास में विभागों की असफलता से असंतुष्ट विश्वविद्यालय प्रशासन अब एक नया प्रयोग करने जा रहा है। वह विभागों को इंटरनेट मीडिया पर लाने जा रहा है, जिससे न्यूनतम प्रयास में अधिकतम एलुमिनाई को विश्वविद्यालय से जोड़ा जा सके।

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विभागों को फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल बनाने का न‍िर्देश

इस योजना के तहत कुलपति ने विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि वह अपने-अपने विभाग का फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल बनाएं। इसके अलावा ट्वीटर और इंस्टाग्राम से भी विभाग को जोड़ें। इंटरनेट मीडिया के इन माध्यमों से विभाग और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी हर एलुमिनाई तक पहुंचाने की कोशिश करें।

कुलपति का मानना है कि इंटरनेट मीडिया वह माध्यम, जिससे दुनिया भर में बसे एलुमिनाई तक आसानी से पहुंचा जा सकता है और उन्हें विश्वविद्यालय से जोड़ा जा सकता है। एलुमिनाई को विश्वविद्यालय से जोडऩे के लिए अंतरराष्ट्रीय एलुमिनाई सम्मेलन आयोजित करने की योजना भी विश्वविद्यालय ने बनाई थी लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते वह सम्मेलन सम्पन्न नहीं हो सका। विभागों ने वाट्सएप ग्रुप बनाया लेकिन उससे भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सका।

इंटरनेट मीडिया पर विभागों की गतिविधियों की मानिटङ्क्षरग करेगा विवि

योजना को लेकर विभागों की गतिविधि केवल इंटरनेट मीडिया से जुडऩे तक ही सिमट कर न रह जाए, विश्वविद्यालय प्रशासन इसकी मानिटङ्क्षरग करेगा। विभागाध्यक्षों को इसे लेकर अपनी सक्रियता का प्रमाण देना होगा। उन्हें अपने विभाग की गतिविधियों को निरंतर अपडेट करते रहने का निर्देश भी दिया गया है।

आकर्षक और एकेडमिक दिखने को सजाए जाएंगे विभाग

विभाग इंटरनेट मीडिया पर अकादमिक रूप से सुविधा सपन्न और देखने में आकर्षक लगें, इसका इंतजाम भी विश्वविद्यालय प्रशासन कर रहा है। कुलपति ने विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि इसे लेकर वह अपने-अपने विभाग की जरूरत की जानकारी दें, जिससे विश्वविद्यालय द्वारा उसे पूरा कराया जा सके। ऐसा किया जाना दो दृष्टि से लाभकारी होगा। पहला इंटरनेट मीडिया पर विभाग की दमदार उपस्थिति से एलुमिनाई को विश्वविद्यालय से जुडऩे के लिए आकर्षित किया जा सकेगा। दूसरा नैक मूल्यांकन में बेहतर ग्रेड हासिल करने में आसानी होगी।

किसी भी विश्वविद्यालय को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने में एलुमिनाई की महत्वपूर्ण भूमिका होती है लेकिन 70 वर्ष पुराना गोरखपुर विश्वविद्यालय आज तक अपने एलुमिनाई को सजोने में कामयाब नहीं हो सका है। अब इस दिशा में हर संभव कोशिश की जा रही है। पूरा विश्वास है कि विभागों को इंटरनेट मीडिया से जोडऩे की यह योजना दुनिया भर में फैले एलुमिनाई को जोडऩे में सफल होगी। - प्रो. राजेश सिंह, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विवि।


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