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गोरखपुर विश्वविद्यालय ने बढ़ाया छात्रावास शुल्क, अब इतना देना होगा शुल्क

गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रावास आवंटन के दौरान ही विद्यार्थियों से पंद्रह सौ रुपये काशन मनी जमा करा लिया जाता है। जब विद्यार्थी छात्रावास छाेड़ते हैं तो वह पैसा विवि प्रशासन उन्हें वापस कर देता है। इस बार विद्यार्थियों लिखित लिया जा रहा है कि काशन मनी वापस नहीं होगा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 07:02 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 07:02 AM (IST)
गोरखपुर विश्वविद्यालय ने छात्रावास शुल्क बढ़ा दिया है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रावास आवंटन के दौरान ही विद्यार्थियों से पंद्रह सौ रुपये सुरक्षा शुल्क (काशन मनी) जमा करा लिया जाता है। जब विद्यार्थी छात्रावास छाेड़ते हैं तो वह पैसा विवि प्रशासन उन्हें वापस कर देता है। इस बार विद्यार्थियों से यह घोषणा पत्र भरवाया जा रहा है कि मैं अपना काशन मनी फीस के रूप में छोड़ रहा हूं। यानी इस बार छात्रावासियों को उनका काशन मनी वापस नहीं मिलेगा।

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यह है घोषणा पत्र

घोषणा पत्र के जरिए संबंधित छात्र लिखित रूप में यह घोषणा कर रहा है कि छात्रावास में सत्र 2019-20 में मेरा आवंटन हुआ, लेकिन सत्र-2020-21 में नवीनीकरण नहीं हुआ था। मेरी परीक्षा निकट है। परीक्षा के उपरांत छात्रावास खाली कर दूंगा। मुझे छात्रावास में रहने की अनुमति दी जाए। इसके लिए छात्रावास में जमा अपनी काशन मनी छात्रावास के फीस के रूप में मैं छोड़ रहा हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है।

विवि के इतिहास में छात्रावास छोड़ने के बाद कभी ऐसा नहीं हुआ है कि छात्रों को उनका काशन मनी नहीं लौटाया गया हो। ऐसा पहली बार हो रहा है कि काशन मनी वापस न लौटाने के लिए छात्रों से छात्रावास के कार्यालय में बुलाकर घोषणा पत्र भरवाया जा रहा है। - शिवम मिश्रा, एनसी हास्टल

परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए छात्रावास खोल दिया गया है। विवि प्रशासन का कहना है कि काशन मनी छात्रावास शुल्क के रूप में लिया जा रहा है। इसलिए सभी छात्रों से लिखित घोषणा पत्र भरवाया जा रहा है। अभी तक ऐसा नहीं होता था। यह पहली बार हो रहा है जब छात्रों को उनका काशन मनी नहीं मिलेगा। - उदय गुप्ता, विवेकानंद छात्रावास

कुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक में छात्रों से छात्रावास शुल्क के रूप में काशन मनी लेने का निर्णय लिया गया था। जिसके तहत छात्रों से यह कार्रवाई की जा रही है। - प्रो. एसके सिंह, चीफ वार्डेन, छात्रावास।


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