Gorakhpur News: खोराबार थानेदार लाइन हाजिर, दारोगा निलंबित- सामूहिक दुष्कर्म मामले में लापरवाही पर SSP ने की कार्रवाई
गोरखपुर के एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने थानेदार व दारोगा के खिलाफ मिल रही शिकायतों की गोपनीय जांच कराई। पुष्टि होने पर एसएसपी ने यह कार्रवाई की है। अब कल्याण सिंह सागर को खोराबार थानेदार बनाया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में विवेचना में लापरवाही बरतने व जनसुनवाई में रुचि न लेने वाले खोराबार थानेदार प्रदीप शर्मा को एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने लाइन हाजिर कर दिया। थाने पर तैनात दारोगा रणजीत को निलंबित किया गया है। सामूहिक दुष्कर्म के मामले की विवेचना दारोगा को ही मिली थी। जांच में निर्दोष मिले युवकों को छोड़ने के लिए दारोगा पर धनउगाही करने का आरोप लगा था।
यह है पूरा मामला
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि खोराबार थानेदार पर विवेचना में लापरवाही बतरने और जनसुनवाई में रुचि न लेने की लगातार शिकायत मिल रही थी। आरोप की गोपनीय जांच कराई तो मामला सही मिला। जन सुनवाई को प्राथमिकता देने और गुणवत्तापूर्ण विवेचना करने का निर्देश होने के बाद भी थानेदार के लापरवाही बरतने पर लाइन हाजिर किया गया है। थाने पर तैनात दारोगा रणजीत कुमार ने विवेचना में गड़बड़ी की थी।एसपी सिटी की जांच में पुष्टि होने पर दारोगा को निलंबित किया गया है।थानेदार का स्थानांतरण सीबीसीआइडी में हो चुका है,उन्हें रिलीव भी कर दिया गया है।
सुधीर सिंह बने रामगढ़ताल थानेदार
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने मंगलवार को तीन थानेदारों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया। चिलुआताल थानेदार रहे निरीक्षक सुधीर सिंह को रामगढ़ताल थाने का प्रभारी बनाया है। यहां तैनात रहे कल्याण सिंह सागर को खोराबार थानेदार बनाया गया है। वीआइपी सेल प्रभारी विनय सरोज को चिलुआताल थाने का प्रभार मिला है।
नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपित को दस साल कठोर कारावास
उधर, नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोप सिद्ध पाए जाने पर में विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट नम्रता अग्रवाल ने पिपराइच थाना क्षेत्र के चिलबिलवा रामसूरत टोला निवासी अभियुक्त शिवलाल यादव को दस साल के कठोर कारावास एवं 41 हजार रुपया अर्थदंड से दण्डित किया है।
यह है मामला
अभियोजन पक्ष का कहना था कि घटना छह मई 2016 की रात लगभग 8.30 बजे की है। पीड़िता चकरोड पर शौच के लिए गई थी। अभियुक्त शिवलाल यादव पीछे से आया और पीड़िता का मुंह गमछे से बांधकर अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले जाने लगा। पीड़िता बाइक पर से कूद कर भागने का प्रयास की किंतु अभियुक्त फिर से उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठा लिया और एक बगीचे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। अभियुक्त पीड़िता को दुष्कर्म करने के बाद ट्रेन के आगे ढकेलने जा रहा था कि वह उसे धक्का देकर भाग गई तथा अपनी जान बचाई।