गिरते रहिए गड्ढों में, सोया है विभाग- गोरखपुर में 50 प्रतिशत गड्ढों का भी नहीं हुआ सर्वे
शासन ने बरसात पूर्व सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया है। इसके लिए 15 मई तक गड्ढों का सर्वे करना था लेकिन 50 प्रतिशत भी नहीं हुआ है। वहीं 15 जून तक मानसून के दस्तक देने की भी संभावना है।
गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। गोरखपुर में बरसात पूर्व सड़कों के गड्ढा मुक्त होने की उम्मीद नहीं है। अभी तक सड़कों पर गड्ढों का सर्वे भी नहीं हो पाया जबकि 15 जून से मानसून आने की संभावना है। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि बरसात पूर्व सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया जाए। 28 अप्रैल को शासन ने निर्देश दिया था और 15 मई तक सर्वे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। अभी तक 50 प्रतिशत भी सर्वे नहीं हो पाया है।
दुर्घटना को दावत दे रहे गड्ढे: सड़कों पर गड्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। बरसात में जब इन गड्ढों में पानी भर जाएगा तो ये बहुत ही खतरनाक हो जाएंगे। लोगों को आवागमन में दिक्कत न हो, इसलिए शासन ने बरसात पूर्व सड़कों की मरम्मत व गड्ढों को भरने का निर्देश दिया था। पीडब्लूडी की सुस्ती से अभी तक सर्वे भी पूरा नहीं हो पाया है। यदि सर्वे 10 दिन में पूरा भी कर लिया जाए, तब भी शासन का सपना पूरा नहीं हो पाएगा क्योंकि एक जून से बारिश का मौसम माना जाता है। यदि मानसून आ गया तो बारिश में सड़कों की मरम्मत नहीं हो पाएगी और गड्ढे बड़ी मुसीबत बन जाएंगे।
भवन खंड की सड़कों का निर्माण कराएगा खंड तीन: निर्माण खंड भवन की सड़कें अब निर्माण खंड तीन में हस्तांतरित कर दी गई हैं। इनमें देवरिया रोड व जेल बाइपास भी शामिल है। निर्माण खंड भवन अब केवल भवनों का निर्माण कराएगा। आयुष विश्वविद्यालय व गोरखनाथ मंदिर में बनने वाले एसपी कार्यालय, पुलिस कंट्रोल रूम, बैरक व शास्त्रगार के निर्माण की जिम्मेदारी इसकी खंड को मिली है।
पीडब्लूडी के मुख्य अभियंता बीबी श्रीवास्तव ने बताया कि बरसात पूर्व सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश मिला है। प्रांतीय खंड का सर्वे पूरा हो चुका है। निर्माण खंड तीन का चल रहा है। शीघ्र ही इसे भी पूरा कर सड़कों की मरम्मत शुरू करा दी जाएगी।