प्रेमिका से मिलने पहुंचे बदमाश को ग्रामीणों ने पीटा, तमंचा के साथ किया पुलिस के हवाले
पकड़ा गया बदमाश 19 जून को चोरी के मामले में जमानत पर जेल से छूटा था। वह तिवारीपुर क्षेत्र के घुनघुन कोठा गांव का रहने वाला है। आधी रात को उसको घूमता देख लोगों को संदेह हुआ तो पकड़कर उसकी पिटाई कर दी और पुलिस को सूचना दे दी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां प्रेमिका से मिलने पहुंचे बदमाश को गांव के लोगों ने तमंचा के साथ पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी। पिटाई करने के बाद ग्रामीणों ने उसे पुलिस को सौंप दिया। पकड़ा गया आरोपित 10 दिन पहले जमानत पर जेल से छूटा था। आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कर गुलरिहा थाना पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया।
ये है मामला: तिवारीपुर के घुनघुन कोठा गांव निवासी दुर्गेश निषाद रात में दो बजे गांव के बाहर घूम रहा था। संदेह होने पर गांव के लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही पकड़ लिया। आरोपित के कब्जे से 315 बोर का एक तमंचा व दो कारतूस मिला। मौके पर पहुंचे भटहट चौकी प्रभारी ज्योति नारायण तिवारी हिरासत में लेकर आरोपित को थाने आए।
आरोपित ने उगला सच: पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि प्रेमिका से मिलने के लिए आया था। गांव के बाहर उसके आने का इंतजार कर रहा था। चौकी प्रभारी ने बताया कि संतकबीरनगर जिले की धनघटा थाने की पुलिस ने दुर्गेश को चोरी के मामले में जेल भेजा था। उसके विरुद्ध गोरखपुर व संतकबीरनगर जिले में कई मुकदमे दर्ज हैं। 19 जून को वह जमानत पर छूटा था।
महिला आरक्षी से दुष्कर्म के आरोपित दारोगा की जमानत अर्जी खारिज
महिला आरक्षी से दुष्कर्म के आरोपित निलंबित दारोगा की जमानत अर्जी प्रभारी जनपद न्यायाधीश मो. कमरुज्जमा खान की अदालत में खारिज कर दी गई। जिला शासकीय अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह परिहार व अपर शासकीय अधिवक्ता उमाशंकर पाल ने बताया कि गिरवां थाने में तैनात महिला आरक्षी ने बीते 12 मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बताया था कि गोरखपुर जिले के बेलघाट थाना क्षेत्र के गुबारी गौरीगंज निवासी शिवाजी मौर्य बबेरू कोतवाली में दारोगा पद पर तैनात थे। उसकी मुलाकात हुई और बात-बात में उन्होंने शादी के लिए राजी कर लिया। इसके बाद वह उसका शारीरिक शोषण करता रहा।
बाद में उसे पता चला कि बीते 21 फरवरी को बबेरू की रहने वाली एक युवती के साथ दारोगा ने शादी कर ली। उसे किराए के कमरे में रखे है। इस मामले पर जब बात करने की कोशिश की तो मोबाइल बंद मिला। बाद में घर जाकर संपर्क किया तो दो-तीन अज्ञात व्यक्तियों को लेकर धमकी दी कि उसके साथ रहो, नहीं तो बदनाम कर दूंगा। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अदालत से गैर जमानतीय वारंट जारी हुआ। इसकी जानकारी होने पर आरोपित शिवाजी मौर्य ने नौ मई को सीजेएम अदालत में आत्म समर्पण कर दिया। तब से वह जेल में बंद है। इस मामले में उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई।