Gorakhpur News: ट्रेन में चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, जीआरपी की टीम ने छह बदमाशों को किया गिरफ्तार
Gorakhpur News पकड़े गए बदमाश हापुड़ गाजियाबाद और मेरठ जिले के रहने वाले हैं। जीआरपी ने इन बदमाशों को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के पश्चिमी छोर से गिरफ्तार किया है। बदमाश ट्रेन में फेरी लगाकर सामान बेचने के बहाने चोरी की घटना को अंजाम देते थे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ट्रेन में चोरी करने वाले गिरोह के छह बदमाशों को जीआरपी की टीम ने शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार किया। हापुड़, गाजियाबाद और मेरठ के रहने वाले आरोपितों के कब्जे से चोरी का एक मोबाइल फोन और चुराए गए सामान को बेचकर मिले 95 हजार रुपये बरामद हुए हैं। पकड़े गए बदमाश ट्रेन में फेरी लगाकर सामान बेचते हैं। मौका मिलते ही बैग खोलकर सामान चुरा लेते हैं। गोरखपुर में इस गिरोह ने दो वारदात की है।
ये है मामला: एसपी रेलवे डा. अवधेश सिंह ने शुक्रवार की सुबह जीआरपी थाना में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फरवरी व मई माह में ट्रेन में यात्रियों का सामान व मोबाइल चोरी हुआ था। जीआरपी थाना प्रभारी उपेंद्र श्रीवास्तव को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। सर्विलांस की मदद से थाना प्रभारी ने छानबीन की तो पता चला कि गाजियाबाद, हापुड़ व मेरठ के रहने वाले गिरोह ने वारदात की है। शुक्रवार की सुबह गिरोह के गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर होने की सूचना मिली।
ऐसे हुई गिरफ्तारी: टीम के साथ घेराबंदी कर प्रभारी निरीक्षक ने प्लेटफार्म नंबर एक के पश्चिमी छोर पर मौजूद गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।पूछताछ में उनकी पहचान हापुड़ जिले के सिंमभावली थानाक्षेत्र स्थित बक्सर निवासी मोमीन, औरंगाबाद निवासी इमरान, इरफान, घौलाना थानाक्षेत्र के देहरा निवासी गुलबहार, गाजियाबाद के मसूरी थानाक्षेत्र स्थित निडोरी निवासी साजिद और मेरठ जिले के खरखोदा थानाक्षेत्र स्थित घाशीपुर निवासी शाहिद के रुप में हुई।आरोपितों के कब्जे से चोरी का एक मोबाइल फोन व चुराए गए सामान को बेचकर मिले 95 हजार रुपये बरामद हुए।
सामान बेचने का झांसा देकर करते हैं वारदात: प्रभारी निरीक्षक जीआरपी थाना उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए आरोपित ट्रेन, रेलवे स्टेशन व बस में कपड़ा बेचते हैं।सस्ते दर पर कपड़ा बेचने का दावा करके यात्रियों को अपनी जाल में फंसाते हैं।खरीदने की इच्छा जताने वाले को कपड़ा खोलकर दिखाने के बहाने सीट के नीचे या बगल में रखे बैग का चेन खोलकर सामान निकाल लेते हैं।गिरोह के दूसरे सदस्य भी देखने के बहाने पास आकर खड़े हो जाते हैं।किसी को संदेह न हो इसलिए चोरी करने वाला बदमाश बैग से निकाला गया सामान पीछे खड़े साथी को पकड़ा देता है।ताकि अगर कोई तलाशी ले तो उसके पास न मिले।