Gorakhpur News: दोस्त से सुई लगाने का प्रशिक्षण लेकर तीन साल से इलाज कर रहा था झोलाछाप, एक लापरवाही ने ले ली बच्चे की जान
Gorakhpur news झोलाछाप की एक लापरवाही ने बच्चे की जान ले ली। बिना किसी चिकित्सकीय डिग्री के वह तीन साल से लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा था। बच्चे के पैर में चोट लगने पर उसे बिना जांच इंजेक्शन लगाया जिससे उसकी हालत बिगड़ी और दम तोड़ दिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले के खजनी थाना क्षेत्र के कंदराई में अपनी लापरवाही से बच्चे की जान गंवाने वाला झोलाछाप बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित झोलाछाप महराजगंज जिले के सिसवा निवासी वियज पासवान 12वीं पास है। वह बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहता था, लेकिन उसका यह सपना पूरा नहीं हो सका। ऐसे में वह झोलाछाप बनकर लोगों का इलाज करने लगा। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि झोलाछाप बनने के लिए उसने अपने एक दोस्त से सुई लगाने का प्रशिक्षण लिया और लोगों का इलाज शुरू दिया।
डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए बना झोलाछाप
आरोपित विजय ने बताया कि 2009 में उसने 12वीं उत्तीर्ण किया है। वह उससे आगे की पढ़ाई नहीं कर सका। उसके बाद से वह डॉक्टर बनने की तैयारी करने लगा और इसमें भी सफलता नहीं मिली तो अपने एक मित्र से उसने सुई लगाने का प्रशिक्षण लिया और झोलाछाप बनकर लोगों का इलाज करने लगा।
विजय की लापरवाही की भेंट चढ़ गया मासूम
पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एके सिंह ने बताया कि कंदराई गांव में झोलाछाप की लापरवाही से ग्रामवासी लालचंद के बेटे प्रिंस की जान चली गई थी। प्रिंस के पैर में चोट लगी थी। झोलाछाप उसका इलाज कर रहा था। सोमवार को उसने बच्चे को दो सुई लगा दी। इससे उसकी तबीयत खराब हो गई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गया। वहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके आरोपित को गिरफ्तार लिया है।
आठ दिन पूर्व ही घर से कमाने के लिए निकले थे लालचंद
लालचंद बंगलौर में मजदूरी करते हैं। वह आठ दिन पूर्व ही स्वजन को घर छोड़कर काम करने के लिए बंगलौर गए थे। बेटे की मौत की खबर सुनकर उनकी आवाज ही थम गई।
पुलिस बोली
पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एके सिंह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार लिया गया है। उसे जेल भेजा जाएगा।