Move to Jagran APP

गोरखपुर में BJP की पहली मुस्लिम पार्षद बनी ये महिला, निकाय चुनाव में जीत दर्ज कर इतिहास में जोड़ा नया अध्याय

Gorakhpur Nagar Nigam Election 2023 Result गोरखपुर नगर निगम चुनाव में भाजपा की पहली मुस्लिम पार्षद महकीबुन्निशा बनी हैं। हकीबुन्निशा वार्ड संख्या-5 बाबा गंभीरनाथ नगर से जीत दर्ज कर नगर निगम चुनाव के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Sun, 14 May 2023 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 14 May 2023 08:30 AM (IST)
गोरखपुर में BJP की पहली मुस्लिम पार्षद बनी ये महिला, निकाय चुनाव में जीत दर्ज कर इतिहास में जोड़ा नया अध्याय
पार्षद पर पर विजयी हकीबुन्निशा व DDU के बैडमिंटन हाल में मतगणना स्थल पर जुटे समर्थक व मतगणना कर्मी। -जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Gorakhpur Nagar Nigam Election 2023 Result: गोरखपुर शहर के वार्ड संख्या-5 बाबा गंभीरनाथ नगर से हकीबुन्निशा ने जीत दर्ज कर नगर निगम चुनाव के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। इस जीत के साथ उनके नाम गोरखपुर नगर निगम में भाजपा की पहली मुस्लिम महिला पार्षद बनने का रिकार्ड दर्ज हो गया है। हकीबुन्निशा ने निर्दलीय प्रत्याशी शाहीन को 647 मतों के अंतर से हराया। हकीबुन्निशा को 2227 तथा शाहीन को 1580 मत प्राप्त हुए।

loksabha election banner

इस वार्ड की अन्य दो प्रत्याशियों में कांग्रेस की हदीशुन्निशा को 1106 तथा बहुजन समाज पार्टी की रेशमा को 865 वोट मिले, जबकि 72 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना। इस बार के चुनाव में भाजपा ने गोरखपुर से मुस्लिम हकीबुन्निशा को ही टिकट दिया था और वह पार्टी की उम्मीदों पर खरी उतरीं। हकीबुन्निशा मानबेला आंदोलन से जुड़े किसान नेता बरकत अली की पत्नी हैं।

2458 मत से जीतीं अलीमुन, पांच से आशा

वार्ड नंबर 32 शहीद अशफाकउल्लाह नगर से सपा की प्रत्याशी ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। इस वार्ड का पहले नाम तुर्कमानपुर था। नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर भोनू मुस्तफा की पत्नी अलीमुन निशा ने भाजपा की प्रत्याशी चंपा को 2458 मतों से हरा दिया। अलीमुन को 3292 और चंपा को सिर्फ 834 मत मिले। तीसरे नंबर पर रही आम आदमी पार्टी के मो. आकिब अंसारी को 120 मत मिले। दूसरी बड़ी जीत विजय चौक वार्ड के पार्षद मनु जायसवाल के नाम रही। मनु को 2296 और सपा के प्रत्याशी सिरिल राय को 344 मत मिले। मनु ने 1952 मतों से जीत दर्ज की। सबसे कम मतों से जीत वार्ड नंबर 46 शक्ति नगर की भाजपा पार्षद आशा श्रीवास्तव के नाम रही। ईवीएम से मतगणना में आशा एक मत से जीतीं थीं। बाद में बैलेट से पड़े सात मतों को मिलाया गया तो आशा पांच मतों से विजेता घोषित की गईं। वार्ड 41 माधोपुर के निर्दल पार्षद जयंत ने भाजपा प्रत्याशी अभिषेक को 30 मतों से हराया।

बागी निवर्तमान पार्षद छट्ठी लाल जीते तो राजेश तिवारी को मिली हार

वैसे तो भाजपा को इस बार नगर निगम चुनाव में शानदार सफलता मिली है, पर अगर कई वार्डों में बागियों ने खेल नहीं बिगाड़ा होता तो कुछ और वार्डों की जीत भाजपा के हिस्से रही होती। धर्मशाला वार्ड के निवर्तमान प्रत्याशी छट्ठी लाल उर्फ बबलू गुप्ता की सीट तो सीधे-सीधे भाजपा के हाथ से निकल गई। छट्ठी लाल बीते चुनाव में निर्दल जीतकर भाजपा में शामिल हुए थे और इस बार पार्टी से टिकट के मजबूत दावेदार थे पर पार्टी नेतृत्व ने उनपर भरोसा नहीं जताया। ऐसे में उन्होंने एक बार फिर निर्दल भाग्य आजमाने का फैसला कर लिया और जीत भी मिल गई। अशोक नगर के निवर्तमान पार्षद राजेश तिवारी ने भी भाजपा से टिकट न मिलने पर महिला आरक्षित वार्ड होने के चलते पत्नी सुमन तिवारी को चुनाव मैदान में उतार दिया था।

सुमन खुद तो नहीं जीतीं लेकिन उन्होंने भाजपा प्रत्याशी मुक्तकेशी त्रिपाठी की जीत का समीकरण भी बिगाड़ दिया। नतीजतन वह सीट बसपा के हिस्से चली गई। रानीडीहा वार्ड में निर्दल प्रत्याशी के रूप में जीतने वालीं निर्दल प्रत्याशी रीता देवी भी भाजपा की बागी ही थीं। उनके पति किसान मोर्चा के पदाधिकारी थे। टिकट न मिलने पर उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा दिया और जीत भी दिला दी। चूंकि रानीडीहा में भाजपा का क्षेत्रीय कार्यालय है, ऐसे में इस वार्ड से भाजपा को जीत न मिलना चर्चा का विषय रहा। इसके अलावा भी भाजपा के कई बागियों ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष में भाजपा प्रत्याशियों को जीतने नहीं दिया वरना भाजपा के पार्षदों का आंकड़ा 60 के पार भी पहुंच सकता था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.